हजारीबागः ऑपरेशन एक ऐसा शब्द जिसके नाम से लोग भयभीत हो जाते है. लेकिन जीवन को सामान्य बनाने के लिए आज लोग इस प्रक्रिया से गुजर रहे हैं. जरा सोचिए जिन मरीजों का ऑपरेशन हो गया और बाद में उन्हें पता चले की जिस आंख में परेशानी थी वो जस की तस है और जिस आंख में परेशानी नहीं थी उसका ऑपरेशन कर दिया गया है तो बेचारे उन मरीजो पर क्या गुजरती होगी. ऐसा ही मामला चौपारण के बहेरा आश्रम स्थित लोकनायक जय प्रकाश आई अस्पताल में उजागर हुआ है. जिसके बाद पूरे अस्पताल में अफरातफरी का माहौल बन गया.
क्या है पूरा मामला
लोकनायक जयप्रकाश आई अस्पताल में आंखों में मोतियाबिंद की शिकायत को लेकर बिहार के इमामगंज से कलसी देवी और चतरा जिला के नवादा से बेढनी देवी अस्पताल पहुंची थी. चिकित्सक ने उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी. जिसके बाद दोनों ने जरूरी जांच करवा कर ऑपरेशन के लिए भर्ती हो गईं. कुछ समय बाद ऑपरेशन भी हुआ. ऑपरेशन के बाद मरीजों को मालूम हुआ कि जिस आंख में उनको परेशानी थी, उस आंख को छोड़कर दूसरी आंख का ऑपरेशन कर दिया गया है और बेचारे दोनों मरीजों की आननफानन में छुट्टी भी करा दी गई.
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क्या कहते हैं मरीज
इस संबंध मे कलसी देवी के परिजनों ने बताया की गरीबी और अशिक्षा के कारण स्मार्ट कार्ड से हमलोग यहां ऑपरेशन करवाने आए थे. गलत ऑपरेशन के बाद भी हमलोग किसी को कुछ नहीं कह सकते, क्योंकि हमलोग गरीब लाचार और अनपढ़ है. उन्होंने कहा कि एक तो मोतियाबिंद की वजह से एक आंख से दिखाई नहीं देता था. अब गलत ऑपरेशन के कारण दोनों आंखों से नहीं दिखाई दे रहा है. इस मामले मे अस्पताल प्रबंधन ने कुछ भी बताने से इनकार कर दिया है.