हजारीबागः जिले में इलाज के दौरान कोरोना मरीज की मौत हो गई. शुक्रवार को मृतक का अंतिम संस्कार कोनार नदी श्मशान घाट में कोविड-19 के गाइडलाइन के अनुसार किया गया. मुर्दा कल्याण समिति के मोहम्मद खालिद और मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के कर्मियों की मदद से अग्नि संस्कार किया गया.
वहीं मृतक के बेटे ने पीपी किट पहन कर मुखाग्नि दिया. हजारीबाग में कोरोना संक्रमित एक युवक की मौत इलाज के दौरान दौरान शुक्रवार को हो गई. जिले में यह मौत 40 दिनों के बाद कोरोना से हुई है.
मौत के बाद मरने वालों का आंकड़ा 29 पहुंच गया है. मृतक के बारे में बताया जा रहा है कि वह पिछले कई दिनों से बीमार था और उसकी कोविड जांच के लिए लाया गया तो वह पॉजिटिव पाया गया.
ऐसे में उसे हजारीबाग के निजी अस्पताल में लाया गया. जहां उसका इलाज चल रहा था. इलाज के दूसरे दिन उसकी मौत हो गई. हजारीबाग के मुर्दा कल्याण समिति के मोहम्मद खालिद और मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल के कर्मियों की मदद से अंतिम संस्कार किया गया. मृतक के इकलौते बेटे ने पीपी किट पहनकर मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार के दौरान कोविड-19 के गाइडलाइन का भी ध्यान रखा गया.
जिले में कोरोना से अब तक संक्रमित हुए 4053 मरीज ठीक हो चुके हैं, जबकि वर्तमान में कुल एक्टिव केस की संख्या 56 है, जो कहीं ना कहीं इलाजरत है.
इनमें नए मरीजों की संख्या सिर्फ पांच है. अच्छी बात यह है कि 4,153 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं. वैसे जिले में अब तक 4,242 लोग कोरोना से संक्रमित हुए हैं.