हजारीबागः जिले में कोरोना प्रभावित की मदद के लिए लगातार मदद के हाथ आगे बढ़ रहे हैं. जिले के चौपारण में कोरोना महामारी में विभिन्न प्रदेशों से लौट रहे प्रवासी मजदूरों, ग्रामीण क्षेत्रो में लॉकडाउन के बाद भुखमरी को लेकर स्थानीय युवकों ने प्रखंड के ताजपुर शिवालय के शेड में सामुदायिक किचन की स्थापना की.
27 मार्च को स्थापित आपदा मित्र की सामुदायिक किचन ने 81 दिनों तक राहगीरों, ग्रामीण क्षेत्रों के चयनित गांवों, बिरहोर, आदिवासी क्षेत्रों में 59 हजार लोगों तक पैकेट्स फूड पहुंचाए.
सोमवार को 81वें दिन आपदा किचन को बंद करने के पूर्व बरही एसडीओ कुमार ताराचंद, बीडीओ अमित कुमार श्रीवास्तव, सीओ नितिन शिवम गुप्ता, थाना प्रभारी नितिन कुमार सिंह आदि ने एक समारोह में आपदा मित्रो के मनोबल को बढ़ाया.
इस अवसर पर एसडीओ ने कहा कि आपदा की स्थिति में प्रशासन के साथ कमजोर वर्गों के बीच खड़े रहकर समाज के लिए एक नेक किया है. आपदा मित्र आज अपनी पहचान के लिए मोहताज नहीं है. आपदा के कार्य प्रशासन ने आंखों से देखे. ऐसी विकट स्थित में सरकारी सुविधाएं न मिलने के बाद जो कार्य किया वह यादगार बनकर रहेगा.
यह भी पढ़ेंः 7 क्विंटल डोडा के साथ भारी मात्रा में अवैध शराब बरामद, 7 गिरफ्तार
एसडीओ ने कहा कि आने वाली ऐसे विकट परिस्थिति में आपदा मित्र से ऐसे ही सेवा भावना की उम्मीद है. बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारी ने कहा कि प्रशासन के बीच एक मजबूत कड़ी बनकर जो काम आपदा मित्र ने किया, उससे प्रशासन का भी मनोबल बढ़ा था. प्रशासन ने आपदा मित्र के सहयोग तथा आपदा में जान जोखिम में रखकर काम करने के लिए आपदा मित्रों को प्रशस्ति पत्र दिया.
यह भी पढ़ेंः प्रशासन की फेल हुई जांच की गाड़ी, बेखबर बैठे हैं जनप्रतिनिधि और अधिकारी
वहीं आपदा मित्र ने प्रशासन को मेमोटो से सम्मानित किया. आपदा मित्र से जुड़े वरिष्ठ सहयोगी शशि शेखर, रोहित जैन, प्रभात सिंह, विनोद स्वर्णकार, सीताराम वर्णवाल सहित कई सदस्यों ने कहा कि सामुदायिक किचन समापन के बाद भी प्रवासी मजदूरों, राहगीरो के लिए रेडी फूड का सेवा जारी रहेगी.