हजारीबाग: हजारीबाग का रामनवमी उत्सव खास है, जब पूरे देश में रामनवमी उत्सव संपन्न हो जाता है. इसके बाद यहां पर्व शुरू होता है. इससे भक्तों को और भी श्रीराम के स्मरण का मौका मिल जाता है. जब देश में सिर्फ हजारीबाग में उत्सव मनाया जाता है तो यहां देशभर के लोगों की यहां नजर भी रहती है. इस कड़ी में सोमवार को दशमी के दिन शाम को यहां जुलूस निकाला जाएगा. ये जुलूस 36 घंटे तक शहर के विभिन्न इलाकों से गुजरेंगे.
इसके लिए समितियों ने कई झांकियां सजाईं हैं. लेकिन इसमें सबसे खास झांकी है, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की. जो बुलडोजर बाबा के नाम से मशहूर हैं. जबकि झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बड़े आलोचकों में है, और उनके राज्य के रामनवमी जुलूस में बुलडोजर पर योगी आदित्यनाथ की झांकी को लेकर चर्चाओं का बाजार गर्म है. उधर समितियों ने विभिन्न झांकियों से सामाजिक संदेश भी देने की कोशिश की है.
झांकियों से सामाजिक राजनीतिक संदेश देने की कोशिशः बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर आधारित झांकी से संदेश देने की कोशिश की गई है कि उत्तर प्रदेश में जिस तरह से माफिया के खिलाफ बुलडोजर चला है, अब झारखंड में भी इसकी शुरुआत होनी चाहिए. इस झांसी में उत्तर प्रदेश के वैसे नेताओं को भी दर्शाया गया है जो चुनाव में बुरी तरह पराजित हुए हैं. जेसीबी के अगले हिस्से में राम दरबार बनाया गया है. अलग तरह की इस झांकी को हजारीबाग पंच मंदिर चौक के अखाड़ाधारियों ने तैयार किया है.
इसके सदस्यों का कहना है कि झारखंड में भी इन दिनों माफिया राज है. हम अपनी झांकी के जरिए संदेश देना चाहते हैं कि यहां भी अब माफिया के खिलाफ कार्रवाई हो. दूसरे सदस्य का कहना है कि योगी आदित्यनाथ हिंदू सम्राट हैं और हम सभी उनसे प्रभावित हैं. इस कारण हम लोगों ने योगी आदित्यनाथ को अपने झांकी में जगह दी है.