हजारीबाग: आरक्षण आज के समय में बहुत बड़ा मुद्दा है. जिसे लेकर आए दिन कोई ना कोई समाज या राजनीतिक दल अपनी मांग सामने रखता आया है. लेकिन अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने आरक्षण का विरोध किया है. उनका कहना है कि समाज और देश के विकास में आरक्षण रोड़ा है. इस कारण अब आरक्षण को समाप्त कर देना चाहिए.
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ऐसे तो सभी समाज आरक्षण को लेकर अपनी मांग रखता आया है. विभिन्न राजनीतिक दल भी आए दिन आरक्षण की मांग को लेकर आंदोलन कराते रहे हैं. कई ऐसे राजनेता भी हैं जो आरक्षण की सीमा बढ़ाने की वकालत भी पिछले कई दिनों से कर रहे हैं. लेकिन अब आपको जानकर आश्चर्य होगा कि अखिल भारतीय कायस्थ महासभा ने एक सिरे से आरक्षण समाप्त करने की वकालत की है. महासभा का कहना है कि आरक्षण देश के विकास में सबसे बड़ा अवरोधक है. इस कारण इसे अब समाप्त कर देना चाहिए. वहीं उनका यह भी कहना है कि जब आरक्षण शुरू की गई थी तब एक समय सीमा था. लेकिन अब आरक्षण बढ़ता जा रहा है. सरकार को शिक्षा पर विशेष रूप से ध्यान देना चाहिए. अगर छात्र शिक्षित होंगे तो वह खुद ही विभिन्न प्रतियोगिता परीक्षा में अपना जगह बना सकते हैं. आरक्षण देने से प्रतिभा सामने नहीं आ पाती है.