गुमला: जिले में घाघरा थाना क्षेत्र के देवाकी कुसुमटोली गांव में डायरिया से एक महिला की मौत हो गई. जानकारी के अनुसार महिला प्रतिमा उरांव (35 वर्ष) काफी दिनों से बीमारी थीं और अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था. इलाज के दौरान शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. वहीं गांव के लगभग डेढ़ दर्जन लोग डायरिया की चपेट में आ गए हैं. कई ग्रामीणों की हालत बेहद चिंताजनक है. हालत बिगड़ने पर कई ग्रामीणों को गुरुवार रात आननफानन में लोहरदगा और गुमला के अस्पतालों में भर्ती कराया गया. वहीं कई डायरिया मरीजों का इलाज रांची के निजी अस्पतालों में चल रहा है.
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अब तक गांव नहीं पहुंची स्वास्थ्य विभाग की टीमः ग्रामीणों का कहना है कि एक सप्ताह पूर्व एक महिला में डायरिया के लक्षण पाये गए थे. इसके बाद तेजी से पूरे गांव में डायरिया फैल गई. वर्तमान में हालत यह है कि डेढ़ वर्ष की बच्ची समेत करीब 16 लोग डायरिया की चपेट में आ चुके हैं. जिसमें कुछ लोग अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं और कुछ तो आर्थिक तंगी के कारण घर पर ही झोलाछाप डॉक्टरों के सहारे इलाज कराने को मजबूर हैं. बता दें कि कुसुमटोली गांव में डायरिया फैलने के बावजूद भी अब तक मरीजों की सुध लेने के लिए कोई स्वास्थ्य कर्मी गांव नहीं पहुंचा है.
गांव में इतने लोग हैं बीमारः प्रतिमा उरांव की मौत के बाद ग्रामीणों में दहशत है. गांव के अन्य बीमार लोगों में कुसुमटोली गांव निवासी 65 वर्षीय बुधवा उरांव और उनकी पत्नी 60 वर्षीय बुधनी उरांव, मंगरु उरांव (50 वर्ष), अंजलि उरांव (25 वर्ष), सोनामी उरांव (55 वर्ष), मंगरो उरांव (60 वर्ष), रामा उरांव (70 वर्ष) और उसकी पत्नी सुखमनिया उरांव (63 वर्ष), एतामुनी देवी (43 वर्ष), पुष्पा उरांव (40 वर्ष), प्रतिमा लोहार (20 वर्ष), दुर्गी लोहार (18 वर्ष) समेत पांच वर्षीय सूर्यांश उरांव और डेढ़ वर्ष का बच्चा सुशांत उरांव बीमारी से ग्रसित है. इनमें से कुछ लोगों की हालत गंभीर है.
दूषित पानी पीने को मजबूर ग्रामीणः बताते चलें कि कुसुमटोली गांव में पेयजल की घोर समस्या है. यहां के लोग खेत के बीचोंबीच मौजूद दांड़ का पानी पीने को मजबूर हैं. बरसात के दिनों में खेत का दूषित पानी इस दांड़ में आ गया है. ग्रामीणों ने कहा कि दूषित पानी पीने के कारण इलाके में डायरिया फैली है.
बीडीओ ने कहा- स्वास्थ विभाग की टीम भेजेंगे गांवः इस संबंध में ईटीवी भारत की टीम ने घाघरा प्रखंड के बीडीओ दिनेश कुमार से दूरभाष पर संपर्क किया तो उन्होंने बताया कि कुसुमटोली गांव के हालात की जानकारी मिली है, जल्द से जल्द स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में कैंप करने का निर्देश दिया जाएगा. जब तक गांव की स्थिति सामान्य ना हो जाए, तब तक स्वास्थ्य विभाग की टीम गांव में ही कैंप करेगी. वहीं डायरिया फैलने के कारणों का पता लगाया जाएगा. गांव में स्वच्छ पानी, साफ-सफाई सहित मूलभूत सुविधा मुहैया करायी जाएगी.