गुमला: जिले में बढ़ती सड़क दुर्घटना को लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी मोनिका रानी टूटी ने सड़क सुरक्षा के कर्मचारियों के साथ सड़क दुर्घटना संभावित क्षेत्र का निरीक्षण कर जागरूकता अभियान चलाया. बढ़ते हादसों से लोगों में डर का माहौल है. गुमला-लोहरदगा जिला मुख्यालय को जोड़ने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 143A पर डीवीडीह गांव के समीप एक सप्ताह के अंदर दो अलग-अलग सड़क हादसे में 6 लोगों की मौत हो गई थी.
सब इंस्पेक्टर को मोबी टैब की ट्रेनिंग
राष्ट्रीय राजमार्ग 143A पर होने वाले सड़क हादसों को लेकर जिला परिवहन विभाग काफी चिंतित है. अधिकारी और कर्मचारी उक्त स्थल पर हो रही सड़क दुर्घटनाओं के कारणों का पता लगाने और उसका निष्पादन हेतु प्रयास कर रहे हैं. इसके साथ ही सड़क सुरक्षा के सदस्यों द्वारा सब इंस्पेक्टर गुमला को मोबी टैब की ट्रेनिंग दी गई. उन्होंने सब इंस्पेक्टर को मोबी टैब द्वारा दुर्घटना से संबंधित जानकारी कैसे अपलोड की जाती है, इसके बारे में विस्तार से बताया.
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गति अवरोधक साइनबोर्ड इमरजेंसी बोर्ड की आवश्यकता
जिला परिवहन पदाधिकारी और सड़क सुरक्षा के सदस्यों ने जिले के दुर्घटना संभावित क्षेत्र का निरीक्षण के पश्चात् बताया कि दुर्घटना होने का मुख्य कारण मोटरसाइकिल में क्षमता से अधिक बैठने और हेलमेट न पहनना है. साथ ही यह भी देखा गया कि दुर्घटना की वजह मोटरसाइकिलों को पीछे से बड़े वाहनों से टक्कर मारने का कारण भी है. यह भी देखा गया कि संभावित स्थलों पर साइन बोर्ड, साइड बॉर्डर लाइन और गति अवरोधक साइनबोर्ड इमरजेंसी बोर्ड की आवश्यकता है.
वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा संबंधी जानकारी
जिला परिवहन पदाधिकारी और सड़क सुरक्षा टीम ने मौके पर जागरूकता अभियान भी चलाया, जिसमें लगभग 30 वाहन चालकों को सड़क सुरक्षा संबंधी जानकारी दी गई. इस दौरान जिला परिवहन पदाधिकारी और सड़क सुरक्षा के सदस्यों ने वाहन चालकों से सड़क सुरक्षा के नियमों का पालन करने की अपील की. साथ ही बताया कि सड़क सुरक्षा के नियमों का उल्लंघन करने पर सख्त कार्रवाई की जा सकती है और जुर्माना भी वसूला जा सकता है.