गुमलाः जिले में भारत बंद का असर आंशिक रूप से नजर आया. राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष के आह्वान पर सोमवार को भारत बंद को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है. इसको लेकर हाथों में बैनर लेकर लोग सड़क पर उतर गये और रोड कर दिया. जिससे आम लोगों को आवागमन में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा.
गुमला में रोड जाम से सड़क पर वाहनों की लंबी कतार लग गयी. हालांकि सुबह से ही राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद के सदस्य सड़क पर उतर गये. इलाके के आदिवासियों ने गुमला रांची रोड में पर प्रदर्शन किया. महिलाएं हाथों में बैनर लेकर बीच सड़क पर खड़ी हो गयीं और वाहनों के परिचालन को बाधित कर दिया. इस कारण लंबी दूरी के वाहन वहीं रूक गये, जिससे लोगों को परेशानी भी हुई.
इस संदर्भ में जिला सचिव संजय उरांव ने बताया है कि राष्ट्रीय आदिवासी एकता परिषद् (सामाजिक) संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचएन रेकवाल के द्वारा भारत बंद का आह्वान किया गया है. आदिवासियों पर हो रहे अन्याय अत्याचार एवं संसद में बनाये जा रहे कानून के विरोध में कॉमन सिविल कोड (समान नागरिकता संहिता) कानून लागू करने का विरोध, मणिपुर हिंसा एवं महिलाओं पर हुए जघन्य अपराध के विरोध में ये प्रदर्शन किया जा रहा है.
इसके साथ ही नेशनल कॉरिडोर और भारत माला परियोजना के नाम पर 4 लाइन, 6 लाइन, 8 लाइन, 10 लाइन बनाकर दोनों किनारों में नए-नए इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का निर्माण कर आदिवासियों को विस्थापित किया जा रहा है. इसके अलावा 5वीं-6वीं अनुसूचित क्षेत्रों को खत्म करने के विरोध के साथ-साथ 22 ज्वलंत समस्याओं को लेकर भारत बंद का आह्वान किया गया है. इसको सफल बनाने के लिए समस्त आदिवासी मूलनिवासियों से आग्रह किया गया है कि वो इस भारत बंद को सफल बनाने में सहयोग दें. भारत बंद के दौरान आवश्यक सेवाओं को इस प्रदर्शन से बाहर रखा गया है.