गुमलाः जिले के भरनो प्रखंड अंतर्गत लोंडरा गांव की 17 वर्षीय सुमति कुमारी का चयन 2022 में होने वाले सीनियर नेशनल एशियन फुटबॉल कैंप के लिए हुआ है. यह चयन भारतीय फुटबॉल संघ की स्क्रीनिंग कमेटी की अनुसंशा के आधार पर किया गया है.
कैंप में 30 खिलाड़ियों ने लिया भाग
फुटबॉल संघ ने गत दिनों सीनियर भारतीय कैंप का आयोजन रखा था. इस कैंप में 30 खिलाड़ियों ने भाग लिया था. इन्हीं 30 खिलाड़ियों के बीच अपने हुनर के कारण गुमला के अति पिछड़े क्षेत्र की इस बेटी ने कामयाबी हासिल की. सुमति के परिजनों ने बताया कि एडवांस ट्रेनिंग के लिए वह गोवा गईं हैं. तमाम आर्थिक और पारिवारिक बाधाओं के बावजूद फुटबॉल प्रेमियों के बीच सुमति कोई गुमनाम चेहरा नहीं है. वर्ष 2019 में भारतीय फुटबॉल टीम अंडर-15 में 3 गोल कर अपनी पहचान बनाने वाली गुमला की इस बेटी का चयन 2020 में भारतीय फुटबॉल टीम के अंडर-17 में भी हुआ था, लेकिन कोरोना के कारण यह खेल नहीं हो सका.
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सुमति के पिता फिरू उरांव एक सीमांत किसान हैं और माता शनियारो देवी गृहिणी हैं. परिवार की आय का जरिया बहुत सीमित है. ऐसे में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने में कामयाब सुमति की इस उपलब्धि से उसके परिजन सहित पूरा क्षेत्र पुलकित है. सुमति की बेहतर खेल प्रतिभा को देखते हुए भारतीय फुटबॉल संघ ने सुमति का चयन सीनियर नेशनल एशियन कैप के लिए किया गया हैं.
वहीं बचपन से खेल के प्रति रुचि रखने वाली सुमति ने गांव से अपने खेल की शुरुआत कर आज एक राष्ट्रीय स्तर की फुटबॉल खिलाड़ी बन चुकी हैं. सुमति की प्रारंभिक पढ़ाई लोडरा स्थित सरकारी स्कूल में हुई, जिसके बाद कोरोंदाजोर स्थित छाता पाहाड़ में आगे की पढ़ाई की. इसके बाद संत पात्रिक विद्यालय गुमला के फादर रामू वीसेन्ट मिंज ने उसकी प्रतिभा की पहचान कर अपने विद्यालय में नामांकन कराया. वहीं से सुमति ने अभ्यास जारी रखा और विद्यालय में फुटबॉल खेल में अच्छे प्रदर्शन के बाद जिला टीम में शामिल हुई. वर्ष 2017 में उसका ओडिशा नेशनल टीम के लिए चयन हुआ. 2019 में अंडर-17 भारतीय फुटबॉल टीम के लिए चयन हुआ.