गुमला: जिले के घाघरा थाना क्षेत्र के उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र चामा, नाथपुर, ईचा, चुंदरी, देवाकी, हापामुनी और माइल समेत कई गांव में जिला के पुलिस अधीक्षक हृदीप पी जनार्दनन ने पुलिस के अन्य अधिकारियों के साथ नक्सलियों और उग्रवादियों की टोह लेने के लिए दौरा किया. इस दौरान अधिकारियों ने गांव के लोगों से सीधी बातचीत की और भरोसा दिलाया कि पुलिस नक्सलियों और उग्रवादियों का जड़ से सफाया करेगी.
पुलिस को गांव में देख डर गए ग्रामीण
हालांकि, पुलिस को गांव में आता देख कई गांवों के लोग अपने-अपने घरों में डर से घुस गए, तो कुछ लोग इधर-उधर भागने लगे. लेकिन भागते हुए ग्रामीणों को एसपी ने बताया और समझाया कि पुलिस ग्रामीणों की सुरक्षा के लिए है और इसलिए वो उनके गांव आए हैं. इसके बाद ग्रामीण बातचीत करने लगे.
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'आत्मसमर्पण नीति का लाभ दिया जाएगा'
ग्रामीणों से बातचीत के बाद एसपी के नेतृत्व में गांव के युवा वर्ग के बीच सोशल पुलिसिंग के तहत खेल सामग्री का वितरण किया गया. वहीं, छोटे-छोटे बच्चों के बीच टॉफी और बिस्किट का भी वितरण किया गया. साथ ही साथ राशन कार्ड से वंचित, वृद्धा और विधवा पेंशन से वंचित लोगों की सूची भी तैयार की गई. इस दौरान एसपी हृदीप पी जनार्दनन ने ग्रामीणों के माध्यम से उग्रवादी और नक्सलियों को आह्वान करते हुए कहा कि वे समय रहते पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण कर दें. आत्मसमर्पण करने वाले उग्रवादियों, नक्सलियों को सरकार की घोषित आत्मसमर्पण नीति का लाभ दिया जाएगा.