गुमलाः कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय उच्च विद्यालय की करीब 350 छात्राएं वार्डन को हटाने के विरोध में अनशन पर बैठ गई हैं. उन्होंने स्कूल गेट पर 'आज हमलोगों को डीसी सर से अभी मिलना है' का पोस्टर लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रही हैं. बता दें कि अनियमितता को लेकर गुमला डीसी ने वार्डन को हटाया, जिसके विरोध में छात्राएं आक्रोशित हैं.
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गुमला में छात्राओं का प्रदर्शन हो रहा है. इसको लेकर गुमला कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय उच्च विद्यालय की छात्राओं का अनशन शुरू हो गया है. इसको लेकर छात्राएं मंगलवार सुबह से ही गेट बंद कर अनशन पर बैठ गई हैं, सभी तरह के पठन-पाठन सहित सभी कार्यों का बहिष्कार कर दिया है. छात्राएं ना किसी को अंदर जाने दे रही हैं और ना ही किसी को बाहर जाने दिया जा रही हैं. वार्डन को हटाने के विरोध में प्रदर्शन कर रही छात्राओं का कहना है कि वार्डन शांति कुमारी को प्रशासन ने गलत रूप से हटाया है. उनकी मांग है कि वार्डन को फिर से बहाल किया जाए.
छात्राओं को मनाने की कोशिशः स्कूल के बाहर हंगामे की सूचना मिलते ही जिला शिक्षा पदाधिकारी, अंचलाधिकारी समेत कई पदाधिकारी छात्राओं से वार्ता के लिए आए मगर छात्राएं डीसी को बुलाने की अपनी मांग पर अड़ी हुई हैं. उन पदाधिकारियों को वार्ता के लिए स्कूल के अंदर घुसने नहीं दिया जा रहा है. छात्राओं का कहना है कि डीसी आकर वार्ता करें और बर्खास्त वार्डन शांति कुमारी को फिर से बहाल करें. छात्राओं का कहना है कि वार्डन की इसमें कोई गलती नहीं है, उन्हें बेवजह हटाया गया है, वो निर्दोष हैं. जब तक वार्डन को फिर से बहाल नहीं किया जाता है वो अनशन पर बैठी रहेंगी.
वार्डन पर लापरवाही का आरोपः छात्राओं के इस कदम के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप है. पदाधिकारियों की ओर से छात्राओं को मनाने की पूरी कोशिश की जा रही है लेकिन वो डीसी को बुलाने की मांग पर अड़ी हुई हैं. बता दें कि कस्तूरबा गांधी आवासीय उच्च विद्यालय के एक छात्रा गर्भवती होकर 2 फरवरी को एक बच्चे को जन्म दिया था. इसके बाद जिला प्रशासन ने जांच टीम बनाकर वार्डन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए वार्डन शांति कुमारी सोमवार शाम हटा दिया.