गोड्डा: गोड्डा मंडल कारा में विचाराधीन कैदी की मौत (undertrial prisoner Death in Godda) पर परिजनों ने जेल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाया है. परिजनों ने सवाल उठाया है कि कैदी एक माह से बीमार था तो मौत के बाद सूचना क्यों दी गई.
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जानकारी के मुताबिक कैदी मान सिंह मुर्मू पिछले एक साल से जेल में बंद था. उसे वर्ष 2018 में मारपीट के एक मामले में जेल भेजा गया था. परिजनों ने बताया कि केस के नोटिस पर नहीं पहुंचने पर उसे गिरफ्तार किया गया था. पिछले 1 सितंबर को कैदी मान सिंह मुर्मू की तबियत बिगड़ने पर उसे सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया. लेकिन परिजनों को इसकी कोई सूचना नहीं दी गई. परिजनों ने कहा कि उन्हें मौत के बाद सूचित किया गया. इधर जेल अधीक्षक का कहना है कि बीमारी की सूचना देवदाढ़ थाने को दे दी गई थी. परिजनों ने कैदी के इलाज में लापरवाही का भी आरोप लगाया है.