गोड्डा: जिले के एक निजी हॉस्पिटल में महिला मरीज की मौत के बाद परिजनों ने जमकर हंगामा किया. परिजनों का आरोप है कि महिला की मौत डॉक्टर की गैरमौजूदगी और हॉस्पिटल स्टाफ की लापरवाही के कारण हुई है. उनका कहना है कि अगर मरीज का सही समय पर इलाज कर लिया जाता तो यह नौबत ही नहीं आती. वहीं, परिजनों को हंगामा करते देख हॉस्पिटल के सभी स्टाफ फरार हो गए हैं.
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क्या है मामला
प्रोफेसर कॉलोनी निवासी सीताराम भगत ने अपनी पत्नी शांति देवी को इलाज लिए हॉस्पिटल में एडमिट कराया था. लेकिन भर्ती के 2.30 घंटे बाद भी किसी चिकित्सक ने मरीज को नही देखा. हॉस्पीटल में चिकित्सक की लापरवाही से मरीज के हाथ-पैर ठंड पड़ने लगे. इसके बाद हॉस्पिटलकर्मी महिला को ऑक्सीजन लगाने लगे लेकिन तब तक महिला मरीज की मौत हो चुकी थी.
क्या कह रहे हैं मरीज के परिजन
महिला के पति सीता राम भगत का कहना है कि उन्होंने कई बार डॉक्टर को बुलाने के लिए हॉस्पिटल स्टाफ को कहा लेकिन उन्हें इंतजार करने को कह दिया जाता रहा. परिजनों का आरोप है कि मौत की वजह हॉस्पीटल की लापरवाही है. परिजनों का यह भी कहना है कि उनके विरोध के बाद हॉस्पिटल स्टाफ ने मारपीट और धक्का-मुक्की भी की.
वहीं, इस पूरे मामले पर हॉस्पिटल स्टाफ का कहना है कि किसी भी मरीज की मौत पर स्वाभाविक रूप से घर के लोग आक्रोशित हो जाते हैं. मामला जो भी हो यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा. फिलहाल पुलिस मामले की जांच में लगी है.