गोड्डाः पुलिस अधीक्षक वाईएस रमेश ने पोड़ैयाहाट थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया है. थाना प्रभारी पर अवैध बालू माफियाओं से साठगांठ का आरोप है. इसके साथ ही एसडीपीओ आनंद मोहन सिंह और इंस्पेक्टर केसी मुर्मू से स्पष्टीकरण पूछा गया है.
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बताया जा रहा है कि ग्रामीण पोड़ैयाहाट थाने में अवैध बालू के कारोबार से संबंधित लगातार शिकायत कर रहे थे. अवैध बालू के कारोबार में संलिप्त एक दबंग के खिलाफ साक्ष्य भी दिया गया. लेकिन पुलिस ने अवैध बालू कारोबारी पर कार्रवाई करने के बदले ग्रामीणों पर केस दर्ज कर कार्रवाई की. पुलिस की ओर से की गई कार्रवाई को सोशल मीडिया पर खूब वायरल किया गया. सोशल मीडिया पर दोनों ही पक्ष में वाद-विवाद भी हुआ.
एसडीपीओ से पूछा गया स्पष्टीकरण
पुलिस अधीक्षक को सोशल मीडिया से घटना की जानकारी मिली तो पोड़ैयाहाट थाने का निरीक्षण करने पहुंच गए और मामले की गंभीरता से जांच की. पुलिस अधीक्षक की जांच में पोड़ैयाहाट थाना प्रभारी गजेश कुमार दोषी पाये गए. इसके बाद एसपी वाईएस रमेश ने तत्काल कार्रवाई करते हुए निलंबित कर दिया और गजेश कुमार की जगह संतोष यादव को तैनात कर दिया गया है. एसपी वाईएस रमेश ने बताया कि एसडीपीओ और इंस्पेक्टर से एक सप्ताह में स्पष्टीकरण का जवाब मांग की है. संतोषजनक जवाब नहीं मिलेगा तो कार्रवाई की जाएगी.
पुलिस की मिलीभागत से अवैध कारोबार
बता दें कि जिले में अवैध बालू का बड़े पैमाने पर कारोबार संचालित किया जा रहा है. इस अवैध कारोबार में पुलिस की भूमिका हमेशा सवालों के घेरे में रहती है. कई बार पुलिस की मिलीभगत और संलिप्तता भी उजागर हो चुकी है. यही वजह है कि अवैध बालू कारोबारियों का धंधा बेरोक टोक चलता रहता है. लेकिन प्रशासन अवैध बालू कारोबार पर नकेल कसने में नाकाम है.