गोड्डाः जिला में अवस्थित अडानी पावर प्लांट से बिजली का उत्पादन दिसंबर से शुरू होना है, जिसे बाग्लादेश भेजा जाना है. लेकिन अडानी पावर प्लांट में स्थानीय लोगों को नौकरी में 75 प्रतिशत आरक्षण का मुद्दा (Adani Power Plant in Godda) और प्लांट से उठने वाले धुंए का गुबार व तेज आवाज अचानक से बड़ा मुद्दा बन गया है.
इसको लेकर कांग्रेस विधायक दल के उपनेता व स्थानीय विधायक प्रदीप यादव ज्यादा मुखर हैं. उन्होंने इसे लेकर गोड्डा डीसी जीशान कमर से मुलाकात कर इन मुद्दों को उठाया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के नियम के अनुसार हरेक निजी प्लांट में स्थानीय लोगों को 75 प्रतिशत नौकरी दी जाए. जिसमें पहले प्रभावित परिवार, फिर जिला के लोग और अगर जिला के लोग नहीं तो पड़ोसी जिला और फिर राज्य के लोगों को प्लांट में काम दिया जाए. उन्होंने नियमों का उल्लेख करते हुए बताया कि ये नियम 40 हजार से कम की हर नौकरी में लागू होगी.
इसके अलावा उन्होंने कहा कि आगामी दिसंबर से बिजली उत्पादन शुरू होना तय है, जिसके तहत बांग्लादेश को बिजली आपूर्ति होनी है. इसी के मद्देनजर पावर प्लांट से धुएं की गुबार और तेज आवाज आने लगी हैं. इसको लेकर विधायक ने कहा कि भले ही पर्यवरण मंत्रालय से कंपनी को एनओसी मिला हो लेकिन जिस रफ्तार से धुआं निकल रहा है और कई किलोमीटर तक तेज आवाज ने लोगों की नींद हराम हो गयी है, इसका निदान भी कंपनी को निकालना है.
गोड्डा में पावर प्लांट के शुरुआत में पर्यवरण का मसला उठा था और काफी हो हंगामे व घमासान के बीच ये मामला सुलझाया गया. पॉवर प्लांट से बिजली उत्पादन की शुरुआत इसी दिसंबर से होना है. पिछले दिन जब बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना जब भारत दौरे पर आई थीं तो उच्चस्तरीय बैठक में अडानी ग्रुप के चेयरपर्सन गौतम अडानी के साथ हुई बैठक में इस बात का एलान हुआ था कि दिसम्बर से बिजली उत्पादन शुरु होगा और बांग्ला देश को बिजली दी जाएगी. गोड्डा के मोतिया में 1600 मेगावाट विजली उत्पादन संयंत्र लगा है जो महज चार साल में बन कर तैयार हो गया है और इसी साल बिजली उत्पादन आरंभ करेगा. इसे लेकर शुरुआत में काफी विरोध भी हुआ, जिसमें सबसे मुखर आवाज विधायक प्रदीप यादव ही रहे.