गोड्डा: पुलिस ने मोतिया थाना क्षेत्र से अपहृत युवक की गुत्थी को सुलझा लिया है. दरअसल, युवक का अपहरण हुआ ही नहीं थी, बल्कि युवक ने खुद अपने अपहरण की साजिश रची थी. वहीं अपहरण का मामला सामने आने के बाद झारखंड और बिहार पुलिस तीन दिनों तक हलकान रही थी.
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15 अक्टूबर को युवक रहस्यमय परिस्थिति में हो गया था गायबः दरअसल, गोड्डा के मोतिया ओपी थाना क्षेत्र के डुमरिया पुल के पास से अनिकेत कुमार उर्फ सन्नी नामक युवक अचानक से 15 अक्टूबर 2023 को लापता हो गया था. अनिकेत मूल रूप से बिहार के बांका जिले के धोरैया थाना क्षेत्र के महमूदपुर के रहने वाला है. इस संबंध में मोतिया ओपी में अपहरण का अज्ञात के विरुद्ध मामला दर्ज कराया गया था. वहीं युवक का स्थायी पता बिहार रहने के कारण बिहार पुलिस भी मामले में तहकीकात कर रही थी.
गोड्डा एसपी ने जांच के लिए गठित की थी विशेष टीमः इधर अपहरण का मामला दर्ज होने के बाद गोड्डा एसपी नाथू सिंह मीणा ने टीम गठन का पुलिस पदाधिकारियों को जांच करने का निर्देश दे दिया था. एसपी के निर्देश पर गठित पुलिस टीम ने जब मामले की पड़ताल शुरू की तो चौंकाने वाले खुलासे हुए. जिसके बाद पुलिस ने युवक को बरामद कर लिया.
रुपए हारने के बाद रच डाली अपहरण की कहानीः युवक ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि उसने अपहरण की कहानी खुद रची थी. उसने बताया कि वह वो टेलीग्राम शेयर बाजार में 85 हजार रुपए हार गया था. इसके बाद उसने डर से अपहरण की कहानी रच डाली. इसके बाद युवक ने अपना मोबाइल फोन बंद कर दिया और बाइक से धनबाद चला गया था. धनबाद पहुंचने के बाद उसने अपनी बाइक को स्टेशन पर छोड़ दिया. इसके बाद धनबाद में ही वह दो दिनों तक रूका था. इस दौरान उसने अपने मोबाइल फोन से सिम कार्ड निकालकर फेंक दिया था. दो दिन के बाद वह ट्रेन से चितरंजन होते हुए जसीडीह पहुंच गया.
पुलिस ने उठाया कथित अपहरण के मामले से पर्दाः लेकिन युवक की चालाकी पुलिस के आगे नहीं चल सकी और पुलिस ने कथित अपहृत युवक को बरामद कर पूरी कहानी पर से पर्दा उठा दिया है. उक्त जानकारी गोड्डा एसडीपीओ जेपीएन चौधरी ने दी. उन्होंने बताया कि अपहरण की झूठी कहानी युवक ने परिवार वालों के डर से रची थी. ऐसे में अपने बच्चों की गतिविधि पर अभिभावक नजर रखें, ताकि ऐसी कहानी ना दुहराई जाए.