गोड्डा: सुंदरपहाड़ी में मलेरिया के प्रकोप और उसके बाद कई बच्चों की जान जाने के बाद सत्ता पक्ष हो विपक्ष दोनों इन गांव की ओर रुख करने लगे हैं. जाहिर है ये मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का क्षेत्र है तो यहां पर राजनीतिक वार-प्रतिवार और राजनीतिक नफा नुकसान के हिसाब से बयानबाजी भी होगी.
सुंदरपहाड़ी के बड़ा सिंदरी पंचायत के अलावा यहां के आस पास का बड़ा इलाका बेहद पिछड़ा और गरीब है. जहां आधारभूत सुविधा की बात बेमानी लगती है. पानी, बिजली, सड़क, स्वास्थ स्कूल सब भगवान भरोसे है. हालांकि जैसे ही बीमारी से बच्चों की मौत की बात सामने आई पक्ष विपक्ष के कई नेताओं ने इस इलाके का दौरा किया और लोगों को जरूरी सुविधाएं मुहैया कराने का आश्वासन दिया.
पिछले दो दिन में झारखंड के दो बड़े नेता सुंदरपहाड़ी के इन गांव का दौरा कर चुके हैं. पहले सांसद निशिकांत दुबे बच्चों की मौत के बाद सुंदरपहाड़ी गए. यहां पहुंच कर उन्होंने गांव में पीड़ित परिवारों से मुलाकात की और उनका दर्द जाना. तो वहीं उसके एक दिन बाद कांग्रेस के विधायक दल के उपनेता प्रदीप यादव ने गांव का दौरा किया और पीड़ित परिवारों का हालचाल जाना.
जहां निशिकान्त दुबे ने सरकार को आड़े हाथों लिया और सिस्टम पर सवाल खड़े किए, वहीं प्रदीप यादव ने कहा कि हालात अच्छे नहीं है. स्वास्थ सेवा में तेजी लानी होगी. इसके साथ ही यहां की समस्या से मुख्यमंत्री को अवगत कराएंगे. उन्होंने घटना पर दुख जतया और उनकी परेशानियों को दूर करने का आश्वासन दिया.
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