गिरिडीहः लॉकडाउन के दौरान गृह मंत्रालय की ओर से जारी गाइडलाइन पर राज्य सरकार और जिला प्रशासन काम कर रहा है. गिरिडीह जिला प्रशासन ने भी मजदूरों की घर वापसी के बाद की तैयारी कर रखी है. जहां घर वापस आने वाले लोगों को होम क्वॉरेंटाइन में रखने की तैयारी की गयी है. वहीं, बीमार या कोरोना के लक्षण वाले लोगों को सरकारी क्वॉरेंटाइन सेंटर या अस्पताल में रखा जाएगा.
घर वापसी के बाद 14 दिनों के क्वॉरेंटाइन पीरियड को पूरा करने के उपरांत मजदूरों को रोजगार मिले इसकी भी तैयारी की गयी है. डीसी राहुल कुमार सिन्हा ने इसे लेकर मनरेगाकर्मियों को भी कई निर्देश दे रखा है. शुक्रवार को पूरी तैयारी की जानकारी डीसी ने प्रेस वार्ता कर दी. उन्होंने कहा कि क्वॉरेंटाइन पीरियड के बाद मजदूर अपने पंचायत के ग्राम रोजगार सेवक से मिलकर जॉब कार्ड के लिए आवेदन दे सकते हैं. जल्द ही जॉब कार्ड मिल जाएगा और पांच किमी के दायरे के अंदर रोजगार भी कर सकेंगे.
बसों का तैयार किया गया है डेटा, लोग भी करें सहयोग
डीसी राहुल ने कहा कि लोगों को लाने के लिए बसों का डाटा तैयार है. राज्य से सटे बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओड़िशा, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश भेजा जाएगा और वहां के जिलों में फंसे लोगों को लाया जायेगा. जो लोग यहां पहुंचेंगे उनकी प्रोपर स्क्रीनिंग की जायेगी. डीसी ने कहा कि जब लोग वापस आयेंगे तो उन्हें रिसीव करने के लिए भीड़ नहीं करना है.
वहीं, गांव में आने पर लोगों को उनके घर जाने देना है, लेकिन क्वॉरेंटाइन पीरियड तक ऐसे लोग घर से नहीं निकले इसपर ध्यान देना है. प्रेस वार्ता में उपायुक्त ने कहा कि जो लोग सीधे अनुमति चाहते हैं वो पास के लिए आवेदन दे सकते हैं. वे अपने वाहन से किसी भी राज्य के जिले में फंसे अपने परिजनों/विद्यार्थी को ला सकते हैं. इस प्रेस वार्ता के दौरान जिला जनसंपर्क पदाधिकारी रश्मि सिन्हा भी मौजूद थी.