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गिरिडीहः डॉक्टर ने खुद को खतना स्पेशलिस्ट बताकर काट दिया बच्चे का प्राइवेट पार्ट, इलाज के लिए भटक रहे परिजन

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Published : Aug 24, 2020, 10:08 PM IST

Updated : Aug 25, 2020, 7:32 AM IST

एक रेफरल अस्पताल के चिकित्सक ने खुद को खतना स्पेशलिस्ट बताकर पांच वर्षीय बच्चे को परिजनों के साथ खुद की क्लीनिक में बुलाया और गलती से बच्चे का प्राइवेट पार्ट काट दिया. इससे बच्चे की हालत बिगड़ने पर पहले गिरिडीह, फिर रांची और बाद में धनबाद भेजा गया अब चिकित्सक उसे इलाज के लिए वेल्लोर ले जाने की सलाह दे रहे हैं. इधर बच्चे के इलाज के लिए भटक रहे डुमरी निवासी उसके पिता अब्दुल रहमान ने थाने में लिखित शिकायत दी है.

The doctor cut the private part of the child by calling himself a circumcision specialist in giridih
गिरिडीह का जख्मी बच्चा

गिरिडीहः एक रेफरल अस्पताल के चिकित्सक ने खुद को खतना स्पेशलिस्ट बताकर पांच वर्षीय बच्चे को परिजनों के साथ खुद की क्लीनिक में बुलाया और गलती से बच्चे का प्राइवेट पार्ट काट दिया. इससे बच्चे की हालत बिगड़ने पर पहले गिरिडीह, फिर रांची और बाद में धनबाद भेजा गया अब चिकित्सक उसे इलाज के लिए वेल्लोर ले जाने की सलाह दे रहे हैं. इधर बच्चे के इलाज के लिए भटक रहे डुमरी निवासी उसके पिता अब्दुल रहमान ने थाने में लिखित शिकायत दी है.

पीड़ित अब्दुल रहमान ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उसके पांच वर्षीय बेटे अब्दुल अमन के हाथ मे चोट लग गई थी. इसके कारण 11 अगस्त को वह उसे रेफरल अस्पताल ले गया. यहां अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने उसे अपने निजी क्लीनिक में इलाज के लिए बुलाया. आरोप है कि यहां डॉक्टर ने खुद को खतना करने का स्पेशलिस्ट बताते हुए बच्चे का खतना करा लेने की सलाह दी. उनकी सलाह पर रहमान 14 अगस्त को डॉक्टर की क्लीनिक पर अपने बच्चे अब्दुल अमन का खतना कराने पहुंचा.

ये भी पढ़ें-विवाहिता प्रेमिका ने प्रेमी को मिलने बुलाया घर, परिजनों ने काटा प्राइवेट पार्ट

बच्चे की स्थिति नाजुक

आरोप है कि करीब तीन घंटे के बाद डॉक्टर ने कहा कि खतना करने में कुछ गड़बड़ी हो गई है, इसलिए उसे इलाज के लिए गिरिडीह ले जा रहे हैं, फिर उन्होंने दो कंपाउंडर के साथ बच्चे को गिरिडीह भेज दिया. गिरिडीह में बच्चे की स्थिति में सुधार नहीं होने पर वहां से रांची के एक निजी क्लीनिक और फिर धनबाद ले जाया गया. धनबाद में बच्चे के लिंग से रक्तस्राव तो रूक गया, लेकिन उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है. इधर धनबाद के डॉक्टर बच्चे को वेल्लोर ले जाने की सलाह दे रहें हैं.

कुछ लोग मामला रफादफा कराने की कर रहे कोशिश

इधर रहमान का कहना है कि उसकी आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब होने के कारण बच्चे को इलाज के लिए वह वेल्लोर नहीं ले जा सकता है. डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसके बेटे की स्थिति नाजुक बनी हुई है. उसने इस मामले में न्याय दिलाने की मांग थाना प्रभारी से की है. इधर, कुछ लोग इस मामले को रफा-दफा करने का प्रयास कर रहें हैं.

ये भी पढ़ें-रांची के हरमू स्थित इलेक्ट्रिक शवदाह गृह में आई टेक्निकल खराबी, 3 में से 1 शव का ही हुआ दाह संस्कार

भाजयुमो ने दिलाया न्याय का भरोसा

इधर भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने अब्दुल रहमान को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है. इस संबंध में डुमरी के पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अब्दुल रहमान का आवेदन प्राप्त हुआ है. पुलिस मामले की छानबीन कर समुचित कार्रवाई करेगी.

गिरिडीहः एक रेफरल अस्पताल के चिकित्सक ने खुद को खतना स्पेशलिस्ट बताकर पांच वर्षीय बच्चे को परिजनों के साथ खुद की क्लीनिक में बुलाया और गलती से बच्चे का प्राइवेट पार्ट काट दिया. इससे बच्चे की हालत बिगड़ने पर पहले गिरिडीह, फिर रांची और बाद में धनबाद भेजा गया अब चिकित्सक उसे इलाज के लिए वेल्लोर ले जाने की सलाह दे रहे हैं. इधर बच्चे के इलाज के लिए भटक रहे डुमरी निवासी उसके पिता अब्दुल रहमान ने थाने में लिखित शिकायत दी है.

पीड़ित अब्दुल रहमान ने अपनी शिकायत में पुलिस को बताया कि उसके पांच वर्षीय बेटे अब्दुल अमन के हाथ मे चोट लग गई थी. इसके कारण 11 अगस्त को वह उसे रेफरल अस्पताल ले गया. यहां अस्पताल में मौजूद डॉक्टर ने उसे अपने निजी क्लीनिक में इलाज के लिए बुलाया. आरोप है कि यहां डॉक्टर ने खुद को खतना करने का स्पेशलिस्ट बताते हुए बच्चे का खतना करा लेने की सलाह दी. उनकी सलाह पर रहमान 14 अगस्त को डॉक्टर की क्लीनिक पर अपने बच्चे अब्दुल अमन का खतना कराने पहुंचा.

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बच्चे की स्थिति नाजुक

आरोप है कि करीब तीन घंटे के बाद डॉक्टर ने कहा कि खतना करने में कुछ गड़बड़ी हो गई है, इसलिए उसे इलाज के लिए गिरिडीह ले जा रहे हैं, फिर उन्होंने दो कंपाउंडर के साथ बच्चे को गिरिडीह भेज दिया. गिरिडीह में बच्चे की स्थिति में सुधार नहीं होने पर वहां से रांची के एक निजी क्लीनिक और फिर धनबाद ले जाया गया. धनबाद में बच्चे के लिंग से रक्तस्राव तो रूक गया, लेकिन उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई है. इधर धनबाद के डॉक्टर बच्चे को वेल्लोर ले जाने की सलाह दे रहें हैं.

कुछ लोग मामला रफादफा कराने की कर रहे कोशिश

इधर रहमान का कहना है कि उसकी आर्थिक स्थिति अत्यंत खराब होने के कारण बच्चे को इलाज के लिए वह वेल्लोर नहीं ले जा सकता है. डॉक्टर की लापरवाही के कारण उसके बेटे की स्थिति नाजुक बनी हुई है. उसने इस मामले में न्याय दिलाने की मांग थाना प्रभारी से की है. इधर, कुछ लोग इस मामले को रफा-दफा करने का प्रयास कर रहें हैं.

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भाजयुमो ने दिलाया न्याय का भरोसा

इधर भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुमार ने अब्दुल रहमान को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया है. इस संबंध में डुमरी के पुलिस इंस्पेक्टर दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अब्दुल रहमान का आवेदन प्राप्त हुआ है. पुलिस मामले की छानबीन कर समुचित कार्रवाई करेगी.

Last Updated : Aug 25, 2020, 7:32 AM IST
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