गिरिडीह: जिले के डुमरी प्रखंड में प्रशासन की आंखों में धूल झोंककर अवैध तरीके से मिठाई की फैक्ट्री चल रही थी. इस दुकानों में इंसान के सेहत से खिलवाड़ करने का काम किया जा रहा था. जब प्रशासन ने छापेमारी की तो इस खेल का खुलासा हुआ.
कारखानों में छापेमारी
गिरिडीह के डुमरी प्रखंड में अनुमंडल अधिकारी प्रेमलता मुर्मू ने मंगलवार को अवैध तरीके से संचालित मिठाई के कारखानों में छापामारी की. जिसमें टीम ने अनहाइजीनिक रुप से बन रही मिठाइयों को नष्ट करवा दिया. ये दुकानें बिना एफएसएसआई लाइसेंस के चलाया जा रहा था. किसी के पास कोई निबंधन भी नहीं था.
ये भी पढ़ें-विधायक प्रदीप यादव को JVM करेगा पार्टी से निष्कासित! जिला अध्यक्ष समेत 3 किए जा चुके हैं बाहर
कारखानों का संचालन बंद
एक कारखने में रजिट्रेशन की कॉपी अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जिसकी समय सीमा समाप्त हो चुकी थी. छापेमारी के दौरान वहां बन रहे मिठाइयों, कच्चे सामान और तेल का नमूना लिया गया, साथ ही अगले आदेश तक कारखाने का संचालन बंद रखने का निर्देश दिया गया.
नमूनों की जांच रिपोर्ट
इस संबंध में अनुमंडल अधिकारी प्रेमलता मुर्मू ने कहा कि गुप्त सूचना पर यह छापेमारी की गई है. सभी कारखाने अवैध हैं. किसी के पास लाइसेंस नहीं है. सभी कारखानों को बंद कर दिया गया है. नमूनों की जांच रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी. वहीं, खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी पवन कुमार ने बताया कि कारखानों में साफ-सफाई की व्यवस्था बहुत ही खराब थी. सभी कारखाना संचालकों को लाइसेंस बनाने के लिए 15 दिनों का समय दिया गया है.