गिरिडीह: जिले में शनिवार को हुए दर्दनाक बस एक्सीडेंट में चार लोगों की मौत हो गई. गिरिडीह-डुमरी पथ पर बराकर नदी में यात्रियों से भरी बस गिर गई थी. इस हादसे में कई लोग घायल भी हुए. प्रशासन, स्थानीय लोग, जनप्रतिनिधि और राजनीतिक दलों के कार्यकर्ताओं की सजगता से कई यात्रियों की जान बची. अब लोगों के जेहन में एक ही सवाल उठ रहा है कि बस नदी में आखिर गिरी कैसे. ईटीवी भारत की टीम ने भी इस सवाल का जवाब तलाशने की कोशिश की. इस दौरान घटना के प्रत्यक्षदर्शियों से बात की गई.
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बराकर नदी के ठीक बगल में संचालित शर्मा लाइन होटल के संचालक कल्लू शर्मा के पुत्र रॉकी शर्मा ने पूरी घटना की जानकारी दी. रॉकी ने बताया कि शनिवार की शाम को वह होटल के बाहर और पुल की तरफ सड़क के किनारे खड़े होकर फोन पर बात कर रहे थे. बराकर पुल के शुरू में ही एक लाल रंग की आल्टो कार खड़ी थी. इसी बीच बाबा सम्राट बस पहुंची. बस आगे बढ़ी ही थी कि आल्टो कार भी आगे बढ़ गई. बस लगभग सौ की स्पीड में थी और सेकेंड के अंतर में ही कार के नजदीक जा पहुंची. कार अपनी दाहिनी तरफ चढ़ी तो नजदीक पहुंच चुकी बस को भी चालक ने दाहिनी ओर काटा. लेकिन स्पीड के कारण चालक का संतुलन बिगड़ गया और बस पुल की रेलिंग को तोड़ते हुए नदी में जा गिरी.
हादसे के बाद एक और बस तेज रफ्तार से गुजरी: रॉकी ने बताया कि शनिवार की रात को दुर्घटनाग्रस्त हुई बाबा सम्राट बस के पीछे एक दूसरी बस भी थी. दोनों बस खूब रफ्तार में थी. एक बस के नदी में गिरने के चंद मिनट बाद ही दूसरी बस उसी तरह सौ की रफ्तार में गुजरी. बता दें कि शनिवार की शाम को दुर्घटना होने के बाद सबसे पहले बचाव के लिए कांवरियों के साथ रॉकी भी पहुंचे थे. रॉकी राहत और बचाव कार्य समाप्त होने तक मौके पर मौजूद रहे.