ETV Bharat / state

45 मजदूरों का पौने एक करोड़ बकाया, ठेकेदार की मदद से गए थे श्रीलंका

author img

By

Published : Jul 3, 2020, 3:12 AM IST

Updated : Jul 3, 2020, 3:21 AM IST

रोजी-रोटी के लिए गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले के श्रीलंका पलायन करने वाले 45 मजदूरों का काम के एवज में ठेकेदार के पास पौने एक करोड़ रुपए बकाया है. 11 महीने काम करने के एवज में मजदूरों को महज 4 से 5 महीने की ही मजदूरी मिल पाई है. जबकि मजदूरों का 6 से 7 महीने का मजदूरी बकाया है.

Migrant workers reached giridih MLA to demand outstanding wages
विधायक

गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले से श्रीलंका पलायन करने वाले 45 मजदूरों का काम के एवज में ठेकेदार के पास लगभग एक करोड़ रुपए बकाया है. 11 महीने काम करने के एवज में मजदूरों को महज 4 से 5 महीने की ही मजदूरी मिल पाई है. इसे लेकर बगोदर विधायक विनोद सिंह ने सभी मजदूरों को बकाया मजदूरी दिलाने का भरोसा दिलाया है.

देखें पूरी खबर

देश में लगे लॉकडाउन के कारण कई अभी भी कई लोग परेशानी झेल रहे हैं, वहीं प्रवासी मजदूरों और कामगारों की परेशानी और अधिक है. विदेशों में काम कर रहे मजदूर लॉकडाउन के दौरान अचानक अपने घर लौट गए थे. इस दौरान कई मजदूरों को अपना बकाया मजदूरी लिए बिना ही घर लौटना पड़ा था. झारखंड के अलग-अलग जिलों के करीब 45 मजदूरों की बकाया मजदूरी अब भी श्रीलंका के कंपनी के पास है. श्रीलंका पलायन करने वाले मजदूरों का काम के एवज में ठेकेदार के पास लगभग एक करोड़ रुपए बकाया है. इन मजदूरों का 6 से 7 महीने का मजदूरी बकाया है. सभी मजदूरों को बिष्णुगढ़ के सिरंय के एक ठेकेदार एक साल पूर्व श्रीलंका लेकर गया था और 11 महीने मजदूरी करने के बाद हाल ही के दिनों में सभी लौट आएं है.

विधायक से बकाया मजदूरी की मांग
वतन लौटने वाले सभी मजदूरों ने हजारीबाग के मेरू कैंप में 14 दिनों का क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद गुरुवार को बगोदर पहुंचकर विधायक विनोद कुमार सिंह से मुलाकात कर अपनी पीड़ा सुनाई है. इस लेकर मजदूरों ने विधायक से बकाया मजदूरी भुगतान की मांग की है. इस लेकर विधायक ने प्रवासी मजदूरों को मदद का आश्वासन दिया है. प्रवासी मजदूरों ने विधायक को बताया कि पिछले साल जुलाई महीने में वे सभी ट्रांसमिशन लेन में मजदूरी करने के लिए श्रीलंका के गए थे. बिष्णुगढ़ प्रखंड के खेदाडीह सिरंय गांव के एजेंट दीपक पंडित सभी को श्रीलंका लेकर गया था. इसके लिए प्रति मजदूरों को 25 हजार रुपए डोनेशन भी देने पड़े थे, लेकिन वहां पहुंचने के बाद मजदूरों को इस बात की जानकारी हुई की वे कंपनी का काम नहीं बल्कि ठेकेदारी के अंदर काम करने की है, तब विरोध भी किया गया. इसके बाद मजदूरों को ठेकेदार की ओर से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने देने की बात कही और 20 हजार रुपए मजदूरी और पांच हजार रुपए खाने- पीने के लिए देने की बात कही. मजदूरों को ठेकेदार की ओर से मनमानी तरीके से 15 से 19 हजार के बीच मजदूरी और 2 से 3 हजार तक खाने-पीने के लिए रुपये दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- अनलॉक में पुलिस को दोहरी चुनौती, अपराध पर अंकुश के साथ कोरोना से भी करना पड़ रहा सामना

इन मजदूरों की मजदूरी बकाया
श्रीलंका से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के 09, सरिया के 04, डुमरी के 01 बोकारो अंतर्गत नावाडीह के 04 और हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ प्रखंड के 27 मजदूर शामिल हैं. विधायक से मुलाकात करने वाले प्रवासी मजदूरों में चिंतामन महतो, दौलत महतो, बालेश्वर विश्वकर्मा, बबलू कुमार, लोचन कुमार सिंह, राजू कुमार, जयनारायण महतो, दशरथ महतो, टिकैत कुमार महतो आदि शामिल हैं.

गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह, बोकारो और हजारीबाग जिले से श्रीलंका पलायन करने वाले 45 मजदूरों का काम के एवज में ठेकेदार के पास लगभग एक करोड़ रुपए बकाया है. 11 महीने काम करने के एवज में मजदूरों को महज 4 से 5 महीने की ही मजदूरी मिल पाई है. इसे लेकर बगोदर विधायक विनोद सिंह ने सभी मजदूरों को बकाया मजदूरी दिलाने का भरोसा दिलाया है.

देखें पूरी खबर

देश में लगे लॉकडाउन के कारण कई अभी भी कई लोग परेशानी झेल रहे हैं, वहीं प्रवासी मजदूरों और कामगारों की परेशानी और अधिक है. विदेशों में काम कर रहे मजदूर लॉकडाउन के दौरान अचानक अपने घर लौट गए थे. इस दौरान कई मजदूरों को अपना बकाया मजदूरी लिए बिना ही घर लौटना पड़ा था. झारखंड के अलग-अलग जिलों के करीब 45 मजदूरों की बकाया मजदूरी अब भी श्रीलंका के कंपनी के पास है. श्रीलंका पलायन करने वाले मजदूरों का काम के एवज में ठेकेदार के पास लगभग एक करोड़ रुपए बकाया है. इन मजदूरों का 6 से 7 महीने का मजदूरी बकाया है. सभी मजदूरों को बिष्णुगढ़ के सिरंय के एक ठेकेदार एक साल पूर्व श्रीलंका लेकर गया था और 11 महीने मजदूरी करने के बाद हाल ही के दिनों में सभी लौट आएं है.

विधायक से बकाया मजदूरी की मांग
वतन लौटने वाले सभी मजदूरों ने हजारीबाग के मेरू कैंप में 14 दिनों का क्वॉरेंटाइन की अवधि पूरी करने के बाद गुरुवार को बगोदर पहुंचकर विधायक विनोद कुमार सिंह से मुलाकात कर अपनी पीड़ा सुनाई है. इस लेकर मजदूरों ने विधायक से बकाया मजदूरी भुगतान की मांग की है. इस लेकर विधायक ने प्रवासी मजदूरों को मदद का आश्वासन दिया है. प्रवासी मजदूरों ने विधायक को बताया कि पिछले साल जुलाई महीने में वे सभी ट्रांसमिशन लेन में मजदूरी करने के लिए श्रीलंका के गए थे. बिष्णुगढ़ प्रखंड के खेदाडीह सिरंय गांव के एजेंट दीपक पंडित सभी को श्रीलंका लेकर गया था. इसके लिए प्रति मजदूरों को 25 हजार रुपए डोनेशन भी देने पड़े थे, लेकिन वहां पहुंचने के बाद मजदूरों को इस बात की जानकारी हुई की वे कंपनी का काम नहीं बल्कि ठेकेदारी के अंदर काम करने की है, तब विरोध भी किया गया. इसके बाद मजदूरों को ठेकेदार की ओर से किसी प्रकार की परेशानी नहीं होने देने की बात कही और 20 हजार रुपए मजदूरी और पांच हजार रुपए खाने- पीने के लिए देने की बात कही. मजदूरों को ठेकेदार की ओर से मनमानी तरीके से 15 से 19 हजार के बीच मजदूरी और 2 से 3 हजार तक खाने-पीने के लिए रुपये दिए गए हैं.

ये भी पढ़ें- अनलॉक में पुलिस को दोहरी चुनौती, अपराध पर अंकुश के साथ कोरोना से भी करना पड़ रहा सामना

इन मजदूरों की मजदूरी बकाया
श्रीलंका से लौटने वाले प्रवासी मजदूरों में गिरिडीह जिले के बगोदर प्रखंड के 09, सरिया के 04, डुमरी के 01 बोकारो अंतर्गत नावाडीह के 04 और हजारीबाग जिले के बिष्णुगढ़ प्रखंड के 27 मजदूर शामिल हैं. विधायक से मुलाकात करने वाले प्रवासी मजदूरों में चिंतामन महतो, दौलत महतो, बालेश्वर विश्वकर्मा, बबलू कुमार, लोचन कुमार सिंह, राजू कुमार, जयनारायण महतो, दशरथ महतो, टिकैत कुमार महतो आदि शामिल हैं.

Last Updated : Jul 3, 2020, 3:21 AM IST

For All Latest Updates

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.