गिरिडीहः मनरेगा में अनियमितता की जांच मनरेगा की गिरिडीह लोकपाल तमन्ना परवीण के द्वारा बुधवार को की गई. उन्होंने मनरेगा के तहत निर्मित डोभा और गाय शेड के भौतिक स्थिति का जाएजा लिया. लोकपाल ने कहा कि अब अभिलेख देखना बाकी है. बता दें कि बगोदर प्रखंड के बेको पूर्वी पंचायत से यह मामला जुड़ा हुआ है.
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मनरेगा में गड़बड़ी की जांच करते हुए लोकपाल ने साफ किया है कि अभिलेख देखने के बाद ही यह पता चलेगा कि योजनाओं में किस तरह की गड़बड़ी हुई है और इसके लिए जिम्मेवार कौन हैं, उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी. इस मौके पर उपस्थित पूर्व मुखिया टेकलाल चौधरी ने कहा कि डोभा निर्माण कार्य खत्म हो गया है. उन्होंने बताया कि दोनों योजनाएं पुरानी हैं. इधर मनरेगा बीपीओ और जेई ने बताया कि डोभा निर्माण के एवज में तीन लाख 38 हजार रुपए का भुगतान किया जा चुका है जबकि गाय शेड के लिए अबतक 16 हजार का भुगतान किया गया है. इस निरीक्षण के दौरान मौके पर भाकपा माले नेता पूरन महतो भी उपस्थित रहे.
बता दें कि बगोदर प्रखंड के बेको पूर्वी पंचायत के गंधौनिया में 2021-22 में मनरेगा के तहत 5 लाख रुपए की लागत से डोभा का निर्माण गया था. साथ ही एक गाय शेड का भी निर्माण किया गया है. जिसमें अनियमितता बरते जाने की शिकायत गांव के ही जैनुल अंसारी के द्वारा लोकपाल से की गई थी. शिकायत में जैनुल ने कहा है कि गाय शेड के निर्माण के लिए जिस जगह के लिए चिन्हित किया गया था उस जगह से हटकर दूसरी जगह पर लाभुक मुख्तार अंसारी के द्वारा गाय शेड का निर्माण किया गया है. साथ ही तालाब निर्माण कार्य पूरा होने के बावजूद गलत तरीके से राशि भुगतान के लिए डिमांड किया गया था.