गिरिडीह: एक युवक ने पहले अपनी पत्नी और डेढ़ वर्ष की मासूम बेटी की हत्या कर दी. हत्या करने के बाद युवक को पुलिस ने अपने गिरफ्त में ले लिया लेकिन इस दौरान हत्यारोपी पति ने पुलिस, परिजनों के सामने ही ट्रक के सामने कूदकर जान दे दी. यह सनसनीखेज मामला पीरटांड़ का है. दरअसल 6 अक्टूबर की शाम को पीरटांड़ थाना इलाके के बराकर नदी के किनारे फंदे से झूलती एक महिला की लाश मिली थी. पुलिस ने शव को कब्जे में लिया. दो दिनों बाद मृतका की पहचान पचंबा थाना इलाके परसाटांड़ निवासी भूपेश मल्लाह की पत्नी खुशबू देवी के तौर पर हुई. इसके बाद एसडीपीओ मनोज कुमार और इंस्पेक्टर आदिकांत महतो के निर्देश पर थाना प्रभारी पवन सिंह ने जांच शुरू की.
जांच में हुई हत्या की पुष्टि
जांच शुरू हुई तो यह साफ होने लगा कि महिला की हत्या की गई है. इसके बाद परसाटांड़ से दो युवकों को पूछताछ के लिए थाना लाया गया. दोनों से पूछताछ हुई तो शक मृतका के पति भूपेश मल्लाह पर गया. भूपेश को थाना लाया गया.
पहले बेटी को मारा, फिर की पत्नी की हत्या
भूपेश से पूछताछ हुई तो उसने हत्या की बात कबूल कर ली. पुलिस को यह बताया कि पत्नी से हो रहे झगड़ा के कारण वह तनाव में था. 5 अक्टूबर को उसने अपनी पत्नी और बेटी को मायका( बोकारो जिला के चन्द्रपुरा अंतर्गत दुग्धा) जाने के लिए बस पर बिठा दिया. बस पर बिठाने के बाद वह बाइक पर सवार होकर पीछे-पीछे आने लगा. भूपेश ने गिरिडीह-डुमरी पथ पर कठवारा के पास बस को रुकवाया और पत्नी तथा बेटी को बाइक पर बैठाकर बराकर नदी के किनारे ले गया. यहां भूपेश ने पत्नी की सामने बेटी का गला घोंटकर उसे मौत की नींद सुला दिया. यहां उसकी पत्नी रोती रही लेकिन भूपेश का दिल नहीं पसीजा. इस घटना के बाद पति-पत्नी के बीच बरकार नदी के किनारे फिर से झगड़ा होने लगा. इस बार भूपेश ने अपनी पत्नी की भी गला दबाकर हत्या कर दी. वहीं लाश को बराकर जंगल में फंदे पर लटका दिया. जबकि बेटी की लाश को नदी के किनारे ही गाड़ दिया. दोनों की हत्या के बाद भूपेश मछली मारने के बहाने दो बार बराकर नदी के किनारे पहुंचा. उसे लगा कि अब मामला शांत हो जाएगा.
पुलिस-परिजन की मौजूदगी में ट्रक के सामने कूद गया
पूछताछ के दौरान भूपेश ने पुलिस को यह बताया कि उसने बेटी की लाश को बराकर नदी के किनारे गाड़ा है. ऐसे में शनिवार की शाम को भूपेश को लेकर पीरटांड़ थाना की पुलिस बराकर नदी के किनारे पहुंची. यहां काफी देर तक छानबीन की गई. मृतका का बैग मिला जिसमें कपड़ा था. वहीं कई स्थान पर भटकाने के बाद भी भूपेश ने बेटी का शव पुलिस को नहीं दिखाया. ऐसे में भूपेश को लेकर पुलिस वापस लौट रही थी. इस दौरान भूपेश के रिश्तेदार भी साथ में थे. अभी बराकर नदी के तट से उठकर पुलिस के साथ भूपेश, उसके परिजन और अन्य कुछ लोग गिरिडीह-डुमरी हाइवे पर पहुंचे ही थे तभी डुमरी की तरफ से आ रही ट्रक के सामने भूपेश ने छलांग लगा दी. घटनास्थल पर ही भूपेश की मौत हो गई.
दिव्यांग था भूपेश, नहीं लगाया था हथकड़ी: डीएसपी
इस मामले पर एसडीपीओ मनोज कुमार ने कहा कि भूपेश ने अपनी पत्नी और बेटी की हत्या करने की बात कबूल कर ली थी. चूंकि, घटनास्थल देखने और बच्ची का शव ढूंढना जरूरी था. ऐसे में पुलिस की टीम भूपेश को लेकर घटनास्थल पर गई थी. भूपेश दिव्यांग था तो उसे हथकड़ी नहीं लगाई गई थी. इस बीच भूपेश खुद ही ट्रक के सामने कूद गया. बाकी मामले की जांच की जा रही है.
बहरहाल, अपनी पत्नी और बेटी की हत्या करने के आरोपी युवक ने जान दे दी. लेकिन भूपेश की मौत के साथ यह दोहरा हत्याकांड पूरी तरह से नहीं सुलझ सका. भूपेश की बेटी की लाश भी नहीं मिल सकी. यह भी पूरी तरह से साफ नहीं हो सका कि इस हत्या को सिर्फ भूपेश ने ही अंजाम दिया था या कोई अन्य भी शामिल था.