गिरिडीहः बगोदर थाना क्षेत्र के प्रवासी मजदूर नारायण महतो का शव लगभग एक पखवाड़े से जॉडर्न में पड़ा हुआ है. इससे परिजनों को अब तक शव का भी दीदार नहीं हो पाया है. परिजनों का रो- रोकर बुरा हाल हो गया है. बता दें कि बगोदर थाना क्षेत्र के बेको पूर्वी पंचायत अंतर्गत सुंदरूटांड के प्रवासी मजदूर नारायण महतो की 13 सितंबर को जॉडर्न में मौत हो गई थी.
कंपनी द्वारा नारायण महतो की मौत को आकस्मिक मौत बताया जा रहा है जबकि परिजनों का कहना है कि काम के दौरान बिजली करंट से उसकी मौत हो गई.
परिजनों द्वारा कंपनी से उचित मुआवजा दिए जाने की मांग की जा रही है. परिजनों का कहना है कि जब तक उचित मुआवजा नहीं मिल जाता वे शव को नहीं लेंगे.
वह केईसी ट्रांसमिशन लेन में मजदूरी करता था. इधर प्रवासी मजदूरों के हित में काम करने वाले सिकंदर अली ने बताया कि नारायण महतो के परिजनों को उचित मुआवजा मिले एवं शव घर पहुंचे, इसके लिए वे कंपनी के अधिकारियों से बात कर रहे हैं. इधर पत्नी हेमंती देवी द्वारा उचित मुआवजा के साथ पति का शव भेजे जाने की मांग की जा रही है.