वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस को लेकर नरम रुख जाहिर किया है. बीते दिनों ट्रंप ने कहा कि वह रूस को जी7 में फिर से शामिल होते देखना पसंद करेंगे. साथ ही उन्होंने रूस को जी7 से बाहर किए जाने को 'गलती' करार दिया.
नए कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करते समय वॉशिंगटन में ओवल ऑफिस से बोलते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने यूक्रेन युद्ध के संबंध में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर भरोसा भी जताया और कहा कि उनका मानना है कि पुतिन शांति के लिए खुला विचार रखते हैं.
रूस-यूक्रेन संघर्ष का समाधान निकालने के लिए चल रहे कूटनीतिक प्रयासों के बीच ट्रंप ने यह टिप्पणी की. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप ने कहा, "रूस को जी7 में वापस लाना पसंद करूंगा. रूस को बाहर निकालना एक गलती थी."
ट्रंप ने पुतिन और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग के साथ शिखर सम्मेलन आयोजित करने की संभावना का भी प्रस्ताव रखा.
बता दें, ट्रंप ने बुधवार को पुतिन के साथ फोन पर लंबी बातचीत की थी. ट्रंप ने इसे बेहद उत्पादक बातचीत बताया और कहा कि दोनों नेता यूक्रेन में युद्ध को 'तुरंत' समाप्त करने के लिए बातचीत शुरू करने पर सहमत हुए.
रूसी राष्ट्रपति के कार्यलय क्रेमलिन ने भी पुष्टि की थी कि दोनों नेताओं के बीच डेढ़ घंटे तक बातचीत चली, जिसमें उन्होंने स्वीकार किया कि एक साथ मिलकर काम करने का समय आ गया है. बातचीत के बाद ट्रंप ने शांति के लिए आगे के रास्ते पर चर्चा करने के लिए यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से भी संपर्क किया.
क्रीमिया पर कब्जा करने के बाद मार्च 2014 में रूस को ग्रुप ऑफ सेवन (G7) से निलंबित कर दिया गया था. हालांकि रूस की सदस्यता कभी भी स्थायी रूप से रद्द नहीं की गई, लेकिन पिछले एक दशक में G7 के सदस्य देशों द्वारा समय-समय पर रूस को समूह में फिर से शामिल करने की संभावना पर चर्चा की गई है.
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