गिरिडीह: पूर्व वार्ड पार्षद सह भाजपा नेता शिवम श्रीवास्तव को पुलिस ने शनिवार (1 अप्रैल) को गिरफ्तार कर लिया. शिवम की गिरफ्तारी उसके घर से हुई है. उसे सीसीए (क्राइम कंट्रोल एक्ट) की धारा 3 का उल्लंघन करने के आरोप में कार्रवाई हुई है. नगर थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी ने शिवम को अरेस्ट किया है.
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क्या है मामला: शिवम एक कुख्यात अपराधी है. यह गिरिडीह पुलिस ने कई कांडों के अभियुक्त है. फिलहाल वह जिला बदर था बावजूद वह अपने घर में रहा था. इसी को लेकर कार्रवाई हुई. दरअसल कई तरह के गंभीर कांडों के आरोपी शिवम श्रीवास्तव उर्फ शिवम आजाद के खिलाफ नवंबर 2022 में उपायुक्त सह जिला दंडाधिकारी की अदालत ने फैसला सुनाते हुए 6 माह के लिए जिला बदर किया था. शिवम को 21 नवंबर 2022 से 20 मई 2023 तक जिला से बाहर रहना था. जिला बदर होने के बावजूद शिवम पिछले तीन दिनों से गिरिडीह शहर स्थित अपने घर में रह रहा था.
भागने किया था प्रयास: शिवम के घर पर होने की जानकारी नगर थाना प्रभारी को मिली. इस सूचना के बाद थाना प्रभारी रामनारायण चौधरी दलबल के साथ शिवम के घर पर छापा मारा. पुलिस को देखकर शिवम ने भागने का प्रयास किया लेकिन पकड़ा गया. इस दौरान शिवम के पैर में चोट लगी है. शिवम का इलाज सदर अस्पताल में करवाया गया है. थाना प्रभारी ने बताया कि शिवम को जेल भेजा जाएगा.
गुर्गे की हुई फजीहत: शिवम की गिरफ्तारी के बाद जब उसे सदर अस्पताल लाया गया तो उसके कई गुर्गे भी पहुंच गए. यहां पर उनके गुर्गे पैंतरा भी देने लगे. खबर का संकलन कर रहे फोटो जर्नलिस्ट को चमकाने का भी प्रयास किया. यह प्रयास इनके लिए महंगा साबित हुआ और थानेदार ने गुर्गे की क्लास लगा डाली. थानेदार का तेवर देखकर पैतरा दे रहा युवक अस्पताल से भाग निकला.
इन मामलों में है आरोपी: यहां बता दें कि शिवम श्रीवास्तव जानलेवा हमला करने, रंगदारी मांगने, फायरिंग करने, शराब के अवैध कारोबार के आरोपों से घिरा है. इसके खिलाफ एक दर्जन से अधिक मामले दर्ज हैं. गिरिडीह के नगर मुफ्फसिल थाने के अलावा मध्य प्रदेश के एक मामले में भी वह अभियुक्त है.