गिरिडीह: झारखंड के गिरिडीह जिले के पीड़टांड़ थाना क्षेत्र के पालगंज के पास चौपर के गिरने की बात ग्रामीणों द्वारा कही जा रही है. हालांकि इस मामले पर किसी भी तरह की आधिकारिक जानकारी नहीं मिली है. जिले के एसपी, एएसपी, मुख्यालय के अन्य पुलिस पदाधिकारी सूचनास्थल के लिए रवाना हो गए हैं. ग्रामीणों द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार जो गिरा है. वह जहाज जैसा है, लेकिन हकीकत की जानकारी अभी तक नहीं है.
अतिउग्रवाद प्रभावित पीरटांड थाना इलाके के पालगंज के पास आसमान में चौपर को देखा गया. चौपर दिखने और उसके घनघोर जंगल में अचानक लापता होने के साथ-साथ धमाके की बात लोग कह रहे हैं. यह भी कहा जाने लगा कि चौपर क्रैश कर गया है. इसकी सूचना गिरिडीह पुलिस को भी मिली. चूंकि इलाका अतिसंवेदनशील है ऐसे में सुरक्षाबलों ने इस खबर को गंभीरता से लिया और एसपी के साथ एएसपी भारी संख्या में बल को जंगल में उतारा गया.
इलाके में सर्च अभियान भी शुरू किया गया. बताया जाता है कि सर्च अभियान में अभी तक जमुआ गांव से एक बाइक और नक्सली पोस्टर मिला है. वहीं नावासार से दो लोगों से पुलिस पूछताछ कर रही है. अभी तक चौपर को खोजा नहीं जा सका है. इस मामले पर एएसपी गुलशन तिर्की से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इलाके में चौपर के आसमान में घूमने और नीचे तक आने की बात ग्रामीण कह रहे हैं लेकिन पुलिस ने ऐसे किसी चौपर को नहीं देखा है. जंगल में सर्च चल रहा है और पूरे मामले की पड़ताल की जा रही है. हालांकि इस मामले में जब एटीसी रांची से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि हमारे रडार में इस तरह की कोई सूचना कैप्चर नहीं हुई है.
नक्सलियों का गढ़ है यह इलाका: यहां बता दें पीरटांड का इलाका पूरी तरह नक्सल प्रभावित है. इसी पीरटांड क्षेत्र में नक्सली नेता एक करोड़ के इनामी मिसिर बेसरा, एक करोड़ के इनामी अनल उर्फ पतिराम मांझी तो पीरटांड से सटे इलाके में एक करोड़ के इनामी विवेक का मकान है. इसके अलावा कई इनामी नक्सली इसी पीरटांड के रहनेवाले हैं.
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