गिरिडीह: डुमरी विधानसभा का उत्तर और गांडेय विधानसभा सभा का पश्चिम भाग है. ये इलाका कभी उग्रवादियों का गढ़ हुआ करता था. यहां के लोगों को सुविधा देने के लिए ही दिवंगत नेता जगरनाथ महतो ने वर्ष 2017 में पुल की आधारशिला रखी थी. पुल बनने से डुमरी के खुद्दीसार से लेकर बगोदर विधानसभा क्षेत्र के लोगों को जिला मुख्यालय पहुंचने में सहूलियत होती लेकिन आठ वर्ष में भी पुल का निर्माण नहीं हो सका है. आठ वर्ष में बराकर नदी पर बन रहे इस पुल का दो पिलर भी खड़ा नहीं किया जा सका है. ऐसे में लोग लगातार विभाग के पदाधिकारियों के साथ साथ ठेकेदार की नियत पर सवाल उठा रहे हैं.
खुद्दीसार पंचायत के पूर्व मुखिया सह वर्तमान में मुखिया प्रतिनिधि अनिल रजक कहते हैं कि जब इस पुल की आधारशिला रखी गई तो यहां के लोग काफी खुश थे. लोगों को लगा था कि सुदूरवर्ती गांव के लोग अब आसानी से जिला मुख्यालय जा सकेंगे लेकिन लोगों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया गया. इस पुल को लेकर बार- बार लोग आंदोलन करते हैं लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है.
अनिल रजक बताते हैं कि इस पुल को 18 माह में ही तैयार किया जाना था लेकिन काम रोक दिया गया. स्थानीय लोग बताते हैं कि यह सिर्फ मनमानी का परिणाम है कि यह पुल नहीं बन सका है. वहीं सदर प्रखंड के कोरनाटांड निवासी सामाजिक कार्यकर्त्ता बिरका हांसदा भी यही बात कहते हैं. वे कहते हैं कि इसमें जितना दोषी ठेकेदार है उतना ही अधिकारी भी हैं. अभी रेलिंग का काम शुरू किया गया है लेकिन जो छड़ वर्षों से खुले आसमान के नीचे पड़ा हुआ था और जो मानक के अनुकूल भी नहीं है उसे लगाया जा रहा है. इससे गुणवत्ता पर सीधा असर पड़ेगा.
यहां पर कार्यरत ठेकेदार के कर्मी का कहना है कि काम को शुरू किया गया है. कॉन्ट्रेक्टर ने कहा है कि जल्द से जल्द पुल को पूरा कर लिया जाएगा. जल्द से जल्द पिलर खड़ा करने का भी काम किया जाएगा.
ठेकेदार को दिया गया है अल्टीमेटम : कार्यपालक अभियंता
वहीं विशेष प्रमंडल के कार्यपालक अभियंता भोला राम का कहना है कि इस पुल को बनाने को लेकर संवेदक को कई बार अल्टीमेटम दिया गया है. इस बार साफ कहा गया है चंद महीने में कार्य को पूर्ण करें. ऐसा नहीं करने पर अग्रतर कार्रवाई की जाएगी.
एक तरफ कल्पना तो दूसरी ओर जयराम हैं विधायक
यहां बता दें कि जिस स्थान पर पुल बन रहा है उसका एक छोर डुमरी विधानसभा में पड़ता है. जबकि दूसरा छोर गांडेय विधानसभा में पड़ता है. वर्तमान में डुमरी के विधायक जयराम महतो हैं तो गांडेय की विधायक कल्पना सोरेन है. ऐसे में लोगों की उम्मीद बढ़ गई है. लोगों को यह विश्वास है कि दोनों नेता इस पुल को लेकर सार्थक पहल जरूर करेंगे.
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