गिरिडीह: जिले में लोकसभा का मतदान शांतिपूर्ण सम्पन्न कराना जिला प्रशासन के लिए चुनौतीपूर्ण था. ऐसी आशंका जतायी जा रही थी कि पीरटांड़ के जिन गांवों में भाकपा माओवादी के इनामी नक्सलियों का घर है वहां मतदान प्रभावित होगा, लेकिन ऐसी कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई.
बता दें कि गिरिडीह जिले के पीरटांड़ के कई ऐसे गांव हैं जहां इनामी भाकपा माओवादी नक्सलियों का घर है. वहीं, एक करोड़ के इनामी नक्सली मिसिर बेसरा के बूथ भावानंद, 25 लाख के इनामी अजय महतो उर्फ टाइगर के बूथ और पांडेयडीह अनिल दा के झरहा में मतदाता बेफिक्र घरों से निकले और बम्पर वोटिंग की.
ऐसा अनुमान लगाया जा रहा था कि इन इलाकों में मतदान प्रभावित होगा लेकिन इस तरह की कोई समस्या उत्पन्न नहीं हुई और लोगों ने बढ़-चढंकर मतदान किया. जिस तरह से प्रशासन ने चुनौतीपूर्ण स्थिती में शांतिपूर्ण मतदान कराया, यह काबिले तारीफ है. इस तरह पीरटांड़ और डुमरी के अन्य उग्रवाद प्रभावित इलाकों में भी जमकर मतदान हुआ.