गिरिडीह: बोकारो जिले के कसमार प्रखंड के करमा गांव में पिछले दिनों बीमारी और भूख से 12 वर्ष की राखी कुमारी की मौत हो गई थी. छह माह के अंदर बच्ची के पिता भूखल घासी और भाई समेत एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत से प्रदेश में सियासत गर्म हो गई है. घटना के विरोध में भाजपा कार्यकर्ताओं ने कैंडल मार्च निकाला और झामुमो की हेमंत सोरेन सरकार को बर्खास्त करने की मांग की.
जिलाध्यक्ष कामेश्वर पासवान और अजा मोर्चा के जिला महामंत्री उमेश दास की अगुवाई में निकाले गए कैंडल मार्च के दौरान भाजपाइयों ने राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान भाजपा कार्यकर्ता हेमंत सरकार वापस जाओ, पीड़ित परिवार को मुआवजा देना होगा, भूख से हुई मौत का जवाब दो, कसमार प्रखंड के भूखल घासी एवं उनकी बेटी मौत का जवाब दो, पीड़ित परिवार को सरकारी नौकरी देना होगा आदि नारे लगा रहे थे.
जिलाध्यक्ष ने राज्य सरकार को घेरा
बाद में टावर चौक पर पहुंचकर भाजपाइयों ने बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर के चरणों में कैंडल रखकर संविधान की रक्षा की गुहार लगाई. इस दौरान कामेश्वर पासवान ने कहा कि हेमंत सरकार यह नारा देती है कि हेमंत है तो हिम्मत है, तो कसमार प्रखंड में भूखल घासी की बेटी की मौत भूख से कैसे हो गई. आखिर इसका दोषी कौन है सरकार को जवाब देना चाहिए. चुन्नुकान्त ने भी सरकार पर हमला बोला.
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ये लोग रहे मौजूद
कैंडल मार्च में भाजपा जिलाध्यक्ष महादेव दुबे, गांडेय के पूर्व विधायक जयप्रकाश वर्मा, भाजपा नेता नुनूलाल मरांडी, चुन्नूकांत, विनय सिंह, संदीप डंगैयच, मुकेश जालान, देवराज, संजय हाजरा, गंगाधर दास, मेघलाल दास, खीरोधर दास, हरिदास, प्रकाश दास, संजीत सिंह, सत्येंद्र चौधरी, मुकेश पासवान, सदानंद वर्मा, हरमिंदर सिंह बग्गा, इरफान अंसारी समेत कई भाजपाई व अनुसूचित जाति मोर्चा के कार्यकर्ता शामिल रहे.