गिरिडीह: जिला के बगोदर में बर्ड फ्लू का दावा पूरी तरह से गलत साबित हुआ है. जब इस दावे की तहकीकात की गई तो पोल्ट्री फार्म संचालक की असलियत सामने आई. दरअसल, जिस पोल्ट्री फार्म में बर्ड फ्लू का दावा करते हुए मुर्गियों की मौत होने की बात कही गई थी, यह एक अफवाह थी.
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पैसे हड़पने की फिराक में संचालक: सच्चाई यह है कि पोल्ट्री फार्म संचालक ने वहां से सारी मुर्गियों को बेच दिया था. जिसके बाद उसने पैसे हड़पने के लिए बर्ड फ्लू की अफवाह फैला दी. ईटीवी भारत की ग्राउंड रिपोर्ट और पशुपालन विभाग की टीम की जांच रिपोर्ट में यह साफ हुआ है कि यहां ना तो मुर्गियों की मौत हुई है और ना ही वर्तमान में किसी पोल्ट्री फार्म में मुर्गी है.
डीसी के आदेश पर हुई जांच: मुर्गियों की मौत का मामला सामने आने के बाद डीसी के आदेश पर पशुपालन विभाग के बीएचओ जियाऊल रहमान और भ्रमणशील पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ शिवनारायण किस्कू शनिवार को बगोदर के धरगुल्ली पहुंचे और पूरे मामले की जांच की. टीम ने एक दर्जन से अधिक पोल्ट्री फार्म का मुआयना भी किया. वर्तमान में कुछ पोल्ट्री फार्म में ही गिनी चुनी मुर्गियां थीं, जिसका सैंपल पशुपालन विभाग के टीम ने लिया.
फरार है संचालक: बीएचओ ने बताया कि सैंपल को जांच के लिए एलआरसी रांची भेजा जाएगा. उन्होंने कहा कि जांच में यह पता चला है कि झुंड में मुर्गियों की मौत किसी भी फार्म में नहीं हुई है. उन्होंने बताया कि पोल्ट्री फार्म संचालक संदीप कुमार चंद्रवंशी के द्वारा कल सूचना दी गई थी कि उनके फॉर्म में 22 मुर्गियों की मौत हुई है. लेकिन जांच में वे नहीं पहुंचे. मोबाइल बंद होने की वजह से उससे संपर्क भी नहीं हो पाया. ग्रामीणों ने बताया कि वे चार दिनों से गांव से बाहर हैं.