गिरिडीह: बगोदर प्रखंड के तुकतुको गांव की महिलाओं ने मिसाल पेश की है. यहां जंगल की रखवाली महिलाओं ने पुरुषों की अपेक्षा भूमिका अधिक निभाई है, जिससे यहां चारों ओर हरियाली नजर आती है. गांव की इस वन बचाव समिति के कार्यों को देखते हुए वन विभाग ने समिति को सहयोग भी किया है.
जंगल की रखवाली
वन बचाव समिति तुकतुको में दो सौ से अधिक सदस्य हैं. इसमें महिलाओं की संख्या अधिक है. जंगल की रखवाली के लिए इस गांव से रोज एक टोली निकलती है. प्रत्येक टोली में दस सदस्य होते हैं. टोली में शामिल सदस्यों की ओर से रोजाना 10 से 12 घंटे तक जंगल की रखवाली की जाती है. यह काम नि:शुल्क की जाती है.
वन बचाव समिति की मजबूती के लिए सदस्यों को हर महीने दो रूपये समिति में जमा करना पड़ता है. ये पैसे जरूरतमंद के सहयोग में लगाए जाते हैं. यह वन बचाव समिति 1992 से कार्यरत है.