बोकारोः जिले में एनआईए की टीम ने दबिश दी. एनआईए ने माओवादी संगठन से जुड़े शनिवार को बोकारो में जिले में कई स्थानों पर तलाशी ली. एनआई की टीमों ने 8 स्थानों पर संदिग्धों और ओवरग्राउंड वर्करों के ठिकानों की तलाशी ली. इस दौरान कई आपत्तिजनक दस्तावेज और सामान बरामद किए. एनआई के अनुसार जिनके ठिकानों की तलाशी ली गई, वो लोग माओवादियों से जुड़े थे और राशन और लेवी वसूलने में मदद करते थे.
यह मामला आरसी 01/2024 माओवादियों द्वारा चतरो चट्टी, बोकारो के वन क्षेत्र में सुरक्षा बलों पर किए गए हमले से संबंधित है. माओवादियों ने हमले की साजिश रचने के लिए सुंदर पहाड़ी क्षेत्र में डेरा डाला था. मिली जानकारी पर सुरक्षाबलों ने तलाशी शुरू की थी. इसी दौरान नक्सलियों ने गोलीबारी शुरू कर दी थी. जवाबी कार्रवाई में जवानों ने भी फायरिंग की. जिसके बाद नक्सली पीछे हट गए थे.
बाद में सर्च ऑपरेशन के दौरान पुलिस को कई डिजिटल डिवाइस, नक्सल साहित्य और आपत्तिजनक सामग्री मिले थे. जिसके बाद विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था. बाद में एनआईए ने मामला अपने हाथ में लेते हुए जून 2024 में केस फिर से दर्ज किया था.
वहीं एनआईए ने बोकारो जिले के गोविंदपुर निवासी बच्चा सिंह को गिरफ्तार किया. उसका नाम आरसी-03/2023 के तहत दर्ज मामले में बतौर आरोपी दर्ज है. एनआईए ने अगस्त 2023 में यूए(पी) एक्ट और सीएलए एक्ट की धाराओं के तहत मामला अपने हाथ में लिया था. जांच में पता चला था कि बच्चा सिंह मजदूर संगठन समिति का सचिव था, जिस प्रतिबंधित किया गया था.
आरोपी माओवादियों से सक्रिय रूप से जुड़ा हुआ था. वह संगठन विस्तार करने और संगठन के लिए धन संग्रह करने में शामिल था. बता दें कि मामला मूल रूप से 2022 में चाईबासा में तीन माओवादियों की गिरफ्तारी के बाद स्थानीय पुलिस द्वारा दर्ज किया गया था.
ये भी पढ़ेंः
पारसनाथ की तराई में NIA की दबिश, बच्चन से मिली जानकारी पर कई लोगों से पूछताछ