गिरिडीह: झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति के नेता जयराम महतो के कार्यक्रम पर स्थानीय प्रशासन ने रोक लगा दी है. यह रोक डुमरी अनुमंडल प्रशासन द्वारा लगायी गई है. कहा गया कि कार्यक्रम के लिए प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई है. दरअसल, झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति द्वारा डुमरी प्रखंड के चैनपुर के समीप कस्माकुरा में एक कार्यक्रम आहूत की गई है. खतियानी महाजुटान नाम से यह कार्यक्रम बुधवार की दोपहर एक बजे होना तय किया गया है.
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इस कार्यक्रम को लेकर समिति के मोतीलाल महतो की अगुवाई में मंगलवार को मंच बनाया जा रहा था. इस बीच शाम के समय डुमरी इंस्पेक्टर परमेश्वर लियांगी के नेतृत्व में मधुबन थाना प्रभारी राजू मुंडा और निमियाघाट थाना प्रभारी साधन कुमार दलबल के साथ पहुंचे और मंच निर्माण पर रोक लगा दिया गया. कहा गया कि इस कार्यक्रम को लेकर प्रशासन से अनुमति नहीं ली गई है. अनुमति के बगैर कार्यक्रम नहीं हो सकता.
समिति ने कहा - तानाशाही पर उतरा है प्रशासन: इधर इस रोक का विरोध समिति के सदस्यों ने किया. समिति के मोतीलाल महतो ने कहा कि इस कार्यक्रम की लिखित सूचना डुमरी प्रशासन को दी गई है. इसके बावजूद प्रशासन कार्यक्रम का आयोजन होने नहीं दे रहा है. कहा कि बुधवार को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यक्रम डुमरी में है. मुख्यमंत्री के कार्यक्रम स्थल से लगभग चार किमी दूरी पर झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति अपना कार्यक्रम कर रही है इसके बावजूद प्रशासन को परेशानी है. कहा कि लोकतंत्र में कैसे किसी शांतिपूर्ण आयोजित होनेवाले कार्यक्रम को रोका जा सकता है. इनका आरोप है कि राज्य सरकार तानाशाही पर उतर आयी है.
बुधवार को सीएम का कार्यक्रम: यहां बता दें कि बुधवार दोपहर एक बजे मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का कार्यक्रम डुमरी में है. यहां परिसम्पति का वितरण के साथ साथ कई योजनाओं की सौगात सीएम हेमंत सोरेन डुमरी के लोगों को देंगे. इस बीच झारखंडी भाषा खतियानी संघर्ष समिति डुमरी इकाई ने इसी दिन दोपहर एक बजे ही खतियानी महाजुटान कार्यक्रम रख दिया. इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि जयराम महतो तो विशिष्ट अतिथि मोतीलाल महतो विद्रोही के मौजूद रहने की घोषणा की गई. एक समय दोनों कार्यक्रम से प्रशासन की परेशानी बढ़ गई.