गिरिडीह: विकास योजना के बिल का भुगतान करने के एवज में रिश्वत ले रहे एक पंचायत सेवक को धनबाद एंटी करप्शन ब्यूरो ने पकड़ा है. गिरफ्तार पंचायत सेवक का नाम महेश्वर राय है. महेश्वर तिसरी प्रखंड के भंडारी और बरवाडीह पंचायत में कार्यरत है. ये कार्रवाई भंडारी पंचायत के अजय कुमार यादव के आवेदन पर बीजेपी तिसरी मंडल के अध्यक्ष सुनील शर्मा के सहयोग से एसीबी की ओर से की गई है.
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ऐसे हुई कार्रवाई
अजय यादव की ओर से भंडारी बजरंगबली मंदिर के पास 15वीं वित्त से चबूतरा का निर्माण करवाया गया था. चबूतरा निर्माण कार्य पूर्ण करने के बावजूद पंचायत सेवक की ओर से राशि का भुगतान नहीं किया जा रहा था. 15वीं वित्त से किए गए चबूतरा निर्माण की राशि का भुगतान करने के एवज में पंचायत सेवक की ओर से अजय यादव से 4 हजार रुपये की मांग की जा रही थी. अजय यादव ने सुनील शर्मा के सहयोग से एसीबी को इसकी शिकायत की. इसके बाद एसीबी की टीम ने मामले की छानबीन की.
छानबीन में हुआ खुलासा
छानबीन में रिश्वत की बात सही पाए जाने के बाद पंचायत सेवक को रंगे हाथ पकड़ने की योजना बनाई गई. इसी योजना के तहत गुरुवार को धनबाद एसीबी की टीम तिसरी पहुंची. यहां कई घंटों तक योजनाबद्ध तरीके से काम किया गया. दोपहर को पंचायत सेवक महेश्वर राय ने शिकायतकर्ता अजय को रिश्वत की राशि के साथ तिसरी पंचायत भवन बुलाया. जैसे ही अजय ने महेश्वर को रिश्वत की राशि दी, वैसे ही एसीबी की टीम ने घूसखोर पंचायत सेवक को धर-दबोचा.
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20 दिनों में दूसरा ट्रैप
इससे पहले 29 जुलाई को एसीबी के डीएसपी नितिन खंडेलवाल (ACB DSP Nitin Khandelwal) के नेतृत्व में गांडेय में पदस्थापित राजस्व कर्मचारी जितेंद्र कुमार को रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया था. जितेंद्र की ओर से सेना के एक जवान ने जमीन को दाखिल-खारिज करने के नाम पर रिश्वत लिया था. 20 दिनों के अंदर एसीबी की दूसरी कार्रवाई से घूसखोरों में हड़कंप मच गया है.