गढ़वा: महज 30 हजार रुपए में दो बच्चों के साथ बेची गई महिला को गढ़वा पुलिस ने सूचना मिलने के तीन दिनों के अंदर उत्तर प्रदेश से बरामद कर लिया है. साथ ही इस मामले में मानव तस्करी में शामिल पीड़ित की फुफेरी बहन सहित दो लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
भनक तक नहीं लगी
महिला अपने दो छोटे-छोटे बच्चों के साथ पलामू जिले के पांकी प्रखंड के सुंडी गांव स्थित अपने मायके गई थी. उत्तर प्रदेश के महोबा जिला के महुआबांध गांव में रहने वाली पीड़ित महिला की फुफेरी बहन ममता देवी ने उसे पूरी सुख-सुविधा दिलाने का झांसा दिया. उसके बाद ममता ने महिला को उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के मुस्करा गांव के जयपाल विश्वकर्मा के हाथों महज 30 हजार रुपए में बेच दिया. देवंती को बहला फुसलाकर जयपाल के घर भेज दिया. इस खरीद-फरोख्त की जानकारी न तो महिला को थी और न ही उसके पति को.
ये भी पढ़ें- रांची नगर निगम को हर दिन 31 लाख रुपए के राजस्व का नुकसान, मेयर ने जताई चिंता
प्रताड़ना के बाद पीड़ित महिला ने पति को दी थी जानकारी
कुछ दिनों के बाद जयपाल विश्वकर्मा महिला के साथ मारपीट और उसे प्रताड़ित करने लगा. उसने इसकी जानकारी अपने पति को मोबाइल से दी थी और वह वहां से भागकर अपनी फुफेरी बहन के घर यूपी के महुआबांध गांव चली गई थी. जहां से उसे गढ़वा पुलिस ने बरामद किया था.
ये भी पढ़ें- दिल्ली पुलिस ने जामताड़ा से 2 साइबर अपराधी को किया गिरफ्तार, किराए पर ATM लेकर उड़ाते थे पैसे
आरोपी गिरफ्तार
गढ़वा के एसडीपीओ बहामन टूटी ने कहा कि ट्विटर के माध्यम से मिली जानकारी के बाद 22 अगस्त को डंडई थाना में मानव तस्करी की प्रथमिकी दर्ज की गई. जिसमें पलामू के सुंडी गांव के तेजू मिस्त्री, यूपी की ममता देवी और जयपाल विश्वकर्मा को आरोपी बनाया गया. एसपी के निर्देश में गढ़वा अंचल पुलिस निरीक्षक राजीव कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया. टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 72 घंटे ने अंदर ही यूपी के महुआबांध गांव से पीड़ित को बरामद कर लिया. आरोपी ममता देवी और खरीदार जयपाल विश्वकर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है.