गढ़वा: जिले के झारखंड-छत्तीसगढ़ बार्डर पर नक्सली फिर से अपनी गतिविधियों को जीवित करने में जुट गए हैं. बार्डर पर हो रहे हाईस्पीड विकास कार्य में कमीशन देकर पुराने नक्सलियों से लेवी की वसूली करा रहे हैं. पुलिस ने लेवी के एक लाख रुपए के साथ दो नक्सलियों को गिरफ्तार किया है.
गिरफ्तार नक्सलियों ने पुलिस को उग्रवादियों के गुप्त एजेंडा से अवगत कराया है. जिसके बाद इतना बड़ा खुलासा हुआ. गढ़वा के धुरकी थाना क्षेत्र और छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिला के घनघोर जंगल की सीमा पर कनहर डैम, रोड सहित कई हाईस्पीड विकास कार्य चल रहे हैं. इस क्षेत्र में शून्य हो चुके माओवादी फिर से अपना फन फैलाने की जुगत में हैं.
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एरिया कमांडर मृत्युंजय भुइयां को इसका कमान सौंपा गया है, इलाके में युवकों को नक्सली संगठन से जोड़ने का गुप्त अभियान चल रहा है. आदमी की कमी के वजह से नक्सली 10 प्रतिशत कमीशन देकर लेवी की वसूली करा रहे हैं. धुरकी थाना के भंडार गांव में छापेमारी कर नक्सली नरेश भुइयां और निजामुद्दीन अंसारी को एक लाख रुपए के साथ गिरफ्तार किया गया. उनके पास से लेवी वसूलने में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल, नक्सली पिट्ठू, साहित्य, लेवी राशि की काटी गई रसीद समेत कई सामान बरामद किया गया.
एसपी शिवानी तिवारी ने कहा कि उन्हें नक्सलियों का प्रमुख शरण स्थल बूढ़ा पहाड़ में अभियान के दौरान गुप्त सूचना मिली थी कि डालटनगंज से कुछ लोग मोटरसाइकिल से लेवी पहुंचाने धुरकी के बॉर्डर पर जा रहे हैं. नगर उंटारी एसडीपीओ नीरज कुमार के नेतृत्व में टीम बनाया गया. टीम ने भंडार गांव में छापेमारी कर यह उपलब्धि हासिल की, उन्होंने कहा कि पकड़े गए लोगों को नक्सलियों ने 10 प्रतिशत कमीशन देकर लेवी की वसुलवाई थी. इस तरह नक्सलियों ने 10 लाख रुपये की लेवी की वसूली करायी है. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार नक्सलियों ने कई राज उगले हैं.