गढ़वाः गोली लगने से जख्मी एक स्वर्ण व्यवसायी ने अपनी चारित्रिक दुर्बलता को छुपाने के लिए निर्दोष लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर पुलिस को बरगलाने का प्रयास किया था. पुलिस ने कड़ी मेहनत से अनुसंधान कर इस कांड के असली दो आरोपियों में से एक को दो आर्म्स के साथ गिरफ्तार कर लिया है जबकि एक फरार आरोपी की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है.
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जिला मुख्यालय के स्वर्ण व्यवसायी विजय कुमार सोनी पर 30 सितंबर 2020 को गोली चलाई गई थी. विजय सोनी ने मझिआंव थाना के संतोष कुमार सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी. पुलिस को इस दिशा में अनुसंधान प्रारंभ करते ही कुछ गड़बड़ी की आशंका होने लगी. इसके बाद एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने इस केस के उद्भेदन के लिए एसडीपीओ बहामन टूटी के नेतृत्व में पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह और उनके सहयोगियों की एक टीम गठित की. टीम ने गहनता पूर्वक अनुसंधान करते हुए इस कांड का खुलासा कर दिया.
नामजद अभियुक्तों की नहीं पाई गई संलिप्तता
अनुसंधान में इस बात की पुष्टि हो गयी कि नामजद अभियुक्त इस कांड में शामिल नहीं थे. जानकारी के अनुसार स्वर्ण व्यवसायी के अभद्रतापूर्ण व्यवहार को लेकर उत्पन्न वाद-विवाद के कारण मारपीट की घटना घटी थी. इसे लेकर ही गढ़वा थाना के हसकेर गांव के रवि कुमार तिवारी और पचपड़वा गांव के सौरभ कुमार सिंह ने स्वर्ण व्यवसायी पर गोली चलायी थी. पुलिस ने कार्रवाई करते हुए अपराधी रवि कुमार तिवारी को गिरफ्तार कर लिया. उसके पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और गोली चलाने के लिए प्रयुक्त एक देसी कट्टा बरामद किया गया. गिरफ्तार आरोपी के निशानदेही पर उसके घर से एक रिवाल्वर भी बरामद किया गया.
एसपी श्रीकांत एस खोटरे ने कहा कि दो आरोपियों में से एक को गिरफ्तार किया गया है. उसके पास से एक मोटरसाइकिल और दो हथियार बरामद किया गया है. प्रथम दृष्टया गोली चलाने का कारण आपसी विवाद है, फिलहाल इस कांड का अनुसंधान जारी है.