गढ़वाः झारखंड में कोविड टीकाकरण में भी बाहरी-भीतरी का खेल शुरू हो गया है. इस संदर्भ में झारखंड के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने सरकार का पक्ष रखा है. मंत्री ने कहा कि टीकाकरण कराने के लिए सीमा पार कर झारखंड आने वाले बाहरी लोगों को यहां टीका नहीं दिया जाएगा. उनके लिए संबंधित राज्य में ही टीकाकरण की व्यवस्था की गई है.
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मंत्री मिथिलेश ठाकुर ने निर्णय को बताया सही
झारखंड सरकार के पेयजल एवं स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि झारखंड सरकार का निर्णय 100 प्रतिशत सही है. झारखंड में रहने वाले और यहां काम करने वाले दूसरे राज्य के निवासियों को टीका दिया जा रहा है. लेकिन जो केवल टीकाकरण के लिए झारखंड में पंजीयन करा रहे हैं और टीकाकरण के लिए सीमा पार कर झारखंड आ रहे हैं, वैसे लोगों को टीका नहीं दिया जाएगा.
पत्र को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीति
झारखंड स्वास्थ्य विभाग के प्रतिरक्षण पदाधिकारी ने राज्य के सभी सिविल सर्जन को पत्र लिखकर 18 से 45 वर्ष वर्ग के वैसे लोगों का टीकाकरण नहीं करने का आदेश दिया है. जो झारखंड के निवासी नहीं हैं और वो झारखंड में कार्यरत भी नहीं हैं. विपक्ष ने इस चिट्ठी को बाहरी-भीतरी का मुद्दा बना लिया है. इस पत्र को लेकर पक्ष और विपक्ष के बीच राजनीति शुरू हो गई है.