गढ़वाः एक बेटी से हवस की आग नहीं बुझी तो दूसरी नाबालिग बेटी को एक कलयुगी बाप ने हवस का शिकार बनाना चाहा. बेटी ने जब पंचायत में न्याय की गुहार लगाई तो भरी पंचायत में बाप ने बेटी का तिरस्कार कर घर से निकालने का एलान किया. मानवता का परिचय देते हुए पीड़िता को पंचायत सचिव ने अपने घर में पनाह दी. उसे अपनी बेटी मानकर उसकी परवरिस करने और शादी कराने जैसा बड़ा फैसला लिया. पीड़िता ने महिला थाना में अपने बाप के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है.
नाबालिक लड़की कहती है कि उसका बाप ने उसे हवस का शिकार बनाने की पूरी तैयारी ली थी. उसपर कड़ी निगरानी रखा जाता था. बाप जब नहाने गया तब लड़की मौका पाकर गांव में भाग गयी और दूसरे दिन मुखिया से मिलकर पंचायत बुलाया गया. वो कहती है उसका बाप बहुत खराब आदमी है. वो उसके साथ नहीं रहना चाहती. इंसाफ के लिए थाना जाएगी और डीसी से मिलेगी. वहीं, लड़की के जीजा ने कहा कि उसका ससुर अपना ही बेटी के साथ गलत करने के आरोप में जेल जा चुका है. पंचायत सचिव कहते हैं कि उनकी एक भी बेटी नहीं है. उसे बेटी की तरह अपने घर में रखेंगे. पढाएंगे और धूमधाम से उसकी शादी कराएंगे.
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इस संबंध में महिला थाना प्रभारी ने कहा कि नाबालिक लड़की के आवेदन की जांच की गई. जिसमें घटना सत्य पाया गया है. उन्होंने कहा कि मामला बहुत बड़ा है. जिसपर त्वरित कार्रवाई हो रही है.