पलामू: गढ़वा में एक नवजात की मौत के बाद कचरे में शव को जलाने के मामले में आरोपी एएनएम और दाई को हिरासत में लिया गया है. आरोपी एएनएम और दाई को मझीआंव थाना में रखा गया है. फिलहाल पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी पूछताछ कर रहे हैं. मामले में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी गोविंद सेठ ने स्थानीय थाना में एफआईआर के लिए आवेदन दिया है, हालांकि समाचार लिखे जाने तक पूरे मामले में एफआइआर दर्ज नहीं किया गया था.
ये भी पढ़ें: शर्मनाक: कफन लेने गए थे परिजन, स्वास्थ्यकर्मियों ने नवजात को कचरे के साथ जला डाला
नवजात की मौत के बाद उसे कचरे में जलाने का मामला जैसे ही प्रकाश में आया गढ़वा एसडीएम राज महेश्वर पूरे मामले की जांच के लिए मझियां मंझीआंव स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे गए. पूरे मामले में एसडीएम में अलग से एक जांच रिपोर्ट तैयार करेंगे. एसडीएम ने आरोपी नर्स निर्मला कुमारी, मंजू कुमारी और दाई से अलग-अलग पूछताछ की है. एसडीएम की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि मरीजों के भर्ती रजिस्टर से भी छेड़छाड़ हुई है.
दाई ने अधकारियों को बताया कि एएनएम के बोलने पर ही जलते हुए कचरे में नवजात को फेंका गया था. एसडीएम ने आरोपी एएनएम से कई बिंदुओं पर जवाब मांगा लेकिन दोनों जवाब नहीं दे पाईं. समाचार लिखे जाने तक मामले में प्रशासनिक जांच और कार्रवाई जारी थी.
दरसल, शनिवार को मंझीआंव नगर पंचायत क्षेत्र के मधु देवी नाम की महिला को प्रसव पीड़ा के बाद स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती करवाया गया था. मधु देवी ने एक मृत बच्चे को जन्म दिया था. बच्चे के जन्म के बाद परिजन कफन के लिए बाजार गए थे, इसी दौरान में स्वास्थ्य कर्मियों ने नवजात के शव को जलते हुए कचरे की गोफ में फेंक दिया. जिसके बाद शव कचरे के साथ ही जल गया. इसके बाद जब परिजन वापस पहुंचे और शव की मांग करने लगे तो उन्हें मामले की जानकारी मिली. इसका खुलासा होते ही परिजनों जमकर हंगामा किया.