गढ़वा: शहर में एक शादी की अजीबोगरीब स्थिति बन गयी. दुल्हन ने बारात आने के एक दिन पूर्व शादी करने से इंकार कर दिया. शनिवार को लड़की पक्ष वाले लड़के पक्ष वालों के घर इसकी सूचना देने पहुंचे जहां बारात सज रही थी. बैंड बाजा की धुन पर बच्चे थिरक रहे थे. लड़की पक्ष की ओर से मना करने पर बारात रुक गयी और दोनों पक्षों के बीच कहासुनी शुरू हो गई. पंचायत में फैसला के बाद लड़की के पक्ष वालों ने कहा कि जब लड़की ही शादी के लिए तैयार नहीं है तो शादी कैसे होगी.
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धुरकी थाना के सगमा गांव के विनोद प्रजापति के पुत्र की शादी डंडई प्रखंड के लवाही गांव में नन्हकू प्रजापति की बेटी गुड़िया के साथ तय हुई थी. पांच मई को तिलक की रस्म भी पूरी की गयी थी. आठ मई को शादी की तिथि निर्धारित थी, सात मई को लड़की ने उस लड़के से शादी करने से इंकार कर दिया.
लड़की के अभिभावकों ने उसे समझाने की पूरी कोशिश की लेकिन लड़की शादी के लिए तैयार नहीं हुई. 8 मई को लड़की पक्ष के कुछ लोगों ने सगमा गांव जाकर लड़के पक्ष को इसकी जानकारी दी. साथ ही दहेज की राशि और तिलक में चढ़े सामान को वापस करने को कहा तो इसे लेकर दोनों ओर से तकरार शुरू हो गई.
इस विवाद को सुलझाने के लिए लड़के पक्ष के लोगों ने मुखिया को बुलाया. मुखिया ने पंचायत बैठाई और शादी करने का फैसला सुनाया लेकिन लड़की पक्ष के लोगों ने इसे मानने से इंकार कर दिया. उन्होंने कहा कि जब लड़की ही शादी के लिए तैयार नहीं है तो शादी कैसे हो सकती है. इसके बाद लड़का पक्ष ने बारात के लिए सज रही गाड़ियों को वापस कर दिया. बैंड बाजे को भी मना कर दिया. दूल्हे की सजी बारात घर में ही ठहर गयी और शादी नहीं हुई.