जमशेदपुरः केंद्रीय इस्पात राज्य मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि बिहार से अलग होने के बाद झारखंड के कई समुदाय के लोगों को जाति प्रमाण पत्र बनवाने में परेशानी हो रही है. इसको लेकर राज्य सरकार के साथ साथ केंद्र सरकार से बात कर समस्या का निदान करेंगे. ये बातें केंद्रीय राज्य मंत्री ने अखिल भारतीय गोंड आदिवासी संघ की ओर से आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए कही.
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केंद्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा कि लोकसभा में गोंड समाज के दस सांसद हैं, जो अलग अलग दल के हैं. लेकिन, समाज के विकास के लिए सभी मिलकर काम करते हैं. इसमें कोई राजनीति नहीं होती है. उन्होंने कहा कि वर्तमान पीढ़ी को गोंड समाज का इतिहास को जानने की जरूरत है. यह त्याग और बलिदान वाला समाज है. उन्होंने बताया कि गोंड समाज को जाति प्रमाण पत्र बनवाने में काफी परेशानी होती है. इसका असर शिक्षा और रोजगार पर पड़ रहा है. उन्होंने कहा कि इस तरह की समस्या देश के कई राज्यों में देखा जा रहा है. इस समस्या के समाधान के लिए काम करेंगे.
बड़े कर्यक्रम का करेंगे आयोजन
केंद्रीय मंत्री ने असम का जिक्र करते हुए बताया कि देश के कोने कोने से यहां अलग-अलग जाति के लोग बस रहे हैं. इन लोगों को भी जाति के अनुसार स्टेट्स मिलना चाहिए. उन्होंने समाज के लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि टाटा समूह से बातचीत कर गोंड समाज के लिए कार्ययालय और भवन की व्यवस्था सुनिश्चित करेंगे. उन्होंने कहा कि झारखड में गोंड समाज को संगठित और जागरूक करने के लिए शीघ्र ही बड़ा आयोजन करेंगे.
आदिवासी परंपरा के अनुसार किया गया स्वागत
सीतारामडेरा स्थित आदिवासी भवन में आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री के साथ साथ भाजपा के पूर्व विधायक लक्ष्मण टुडू, गोंड समाज के प्रदेश अध्यक्ष गुरुचरण नायक आदि लोग उपस्थित थे. समारोह में पहुंचे केंद्रीय मंत्री को आदिवासी परंपरा के अनुरूप स्वागत किया गया.