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जमशेदपुरः 10 वर्ष की नौकरी के बाद रेलवे सुरक्षा बल से रिटायर्ड हुआ स्वान, माला पहनाकर दी विदाई - जमशेदपुर के टाटानगर रेलवे सुरक्षा बल का स्वान दस्ता

जमशेदपुर में टाटानगर रेलवे सुरक्षा बल के स्वान दस्ता में कार्यरत शक्ति नाम के स्वान 10 वर्ष की नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हो गया है. नौकरी के समय उसने कई मामलों का खुलासा किया है. वहीं, इसके लिए उसे सम्मानित भी किया गया है. आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त और पोस्ट प्रभारी ने फूल माला पहनाकर स्वान शक्ति को विदाई दी.

swan retired from rpf in jamshedpur
रेलवे सुरक्षा बल से रिटायर्ड हुआ स्वान
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Published : Sep 23, 2020, 12:39 PM IST

जमशेदपुरः शहर में टाटानगर रेलवे सुरक्षा बल के स्वान दस्ता में कार्यरत शक्ति नाम के स्वान 10 वर्ष की नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हो गया है, जिसे फूल माला पहना कर विदाई दी गई है. टाटानगर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त ने बताया है कि अपने कार्यकाल के दौरान शक्ति की कई बड़ी उपलब्धियां रही है, उसे कई बार अवार्ड भी दिया गया है.

देखें पूरी खबर

सेवानिवृत्त हुआ रेलवे सुरक्षा बल का स्वान

जमशेदपुर में टाटानगर रेलवे सुरक्षा बल के स्वान दस्ता में कार्यरत 10 साल 2 माह की उम्र वाला शक्ति नाम के स्वान 10 साल की नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हो गया है. स्वान शक्ति के कार्यकाल पूरा होने पर टाटानगर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त और टाटानगर आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी ने फूल माला पहनाकर स्वान शक्ति को विदाई दी. स्वान शक्ति का जन्म 15 जुलाई 2010 को हुआ था और 8 अक्टूबर 2010 को आरपीएफ के स्वान दस्ता में उसे शामिल किया गया था.

कई मामलों का खुलासा

10 साल के कार्यकाल के दौरान स्वान शक्ति ने कई उपलब्धियां हासिल की है. 2014 में कोलकाता गार्डन रीच में चोरी के मामले में महत्वपूर्ण सुराग की तलाश में मदद किया था. 2018 में ट्रेन से महंगी मोटरसाइकिल की चोरी के मामले में स्वान शक्ति ने मोटरसाइकिल का सुराग बताया था. इसके अलावा 2019 में टाटानगर रेलवे स्टेशन से अपहृत मासूम बच्ची की दुष्कर्म और हत्या के मामले में महत्वपूर्ण सुराग की पहचान कराया था.

इसे भी पढ़ें- रामगढ़ में देर रात गोलीबारी, एक युवक को लगी गोली

अवार्ड से सम्मानित

स्वान शक्ति को चक्रधरपुर रेल मंडल में रेलवे के जीएम ने 7 हजार और 5 हजार की राशि का अवार्ड देकर सम्मानित किया था. वहीं, स्वान शक्ति को एक रेलकर्मी की तरह प्रति माह सरकार से 11,870 रुपए वेतन दिया जाता था.

स्वान शक्ति की कमी होगी महसूस

टाटानगर आरपीएफ स्वान दस्ता से शक्ति के सेवानिवृत्त होने के बाद दस्ता में रॉकी नाम का एक स्वान रह गया है, जो विस्फोटक ट्रैकर है. मौके पर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त कमल सिंह ने बताया है कि स्वान दस्ता में शक्ति नाम के स्वान परिवार के सदस्य की तरह था, जिसने कई मामलों का खुलासा किया है. वहीं, कई अपराधिक घटनाओं में अहम सुराग ढूंढ़ा है. उन्होंने बताया है कि स्वान शक्ति की उपलब्धियों के कारण उसे कई बार अवार्ड भी दिया गया है. शक्ति के सेवानिवृत्त होने के बाद जल्द ही दूसरे स्वान को लाया जाएगा, लेकिन एक स्वान को पूरी तरह से अनुभवी होने में 4 से 5 वर्ष का समय लगता है. इस दौरान टाटानगर आरपीएफ को स्वान शक्ति की कमी महसूस होगी.

जमशेदपुरः शहर में टाटानगर रेलवे सुरक्षा बल के स्वान दस्ता में कार्यरत शक्ति नाम के स्वान 10 वर्ष की नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हो गया है, जिसे फूल माला पहना कर विदाई दी गई है. टाटानगर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त ने बताया है कि अपने कार्यकाल के दौरान शक्ति की कई बड़ी उपलब्धियां रही है, उसे कई बार अवार्ड भी दिया गया है.

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सेवानिवृत्त हुआ रेलवे सुरक्षा बल का स्वान

जमशेदपुर में टाटानगर रेलवे सुरक्षा बल के स्वान दस्ता में कार्यरत 10 साल 2 माह की उम्र वाला शक्ति नाम के स्वान 10 साल की नौकरी के बाद सेवानिवृत्त हो गया है. स्वान शक्ति के कार्यकाल पूरा होने पर टाटानगर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त और टाटानगर आरपीएफ के पोस्ट प्रभारी ने फूल माला पहनाकर स्वान शक्ति को विदाई दी. स्वान शक्ति का जन्म 15 जुलाई 2010 को हुआ था और 8 अक्टूबर 2010 को आरपीएफ के स्वान दस्ता में उसे शामिल किया गया था.

कई मामलों का खुलासा

10 साल के कार्यकाल के दौरान स्वान शक्ति ने कई उपलब्धियां हासिल की है. 2014 में कोलकाता गार्डन रीच में चोरी के मामले में महत्वपूर्ण सुराग की तलाश में मदद किया था. 2018 में ट्रेन से महंगी मोटरसाइकिल की चोरी के मामले में स्वान शक्ति ने मोटरसाइकिल का सुराग बताया था. इसके अलावा 2019 में टाटानगर रेलवे स्टेशन से अपहृत मासूम बच्ची की दुष्कर्म और हत्या के मामले में महत्वपूर्ण सुराग की पहचान कराया था.

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अवार्ड से सम्मानित

स्वान शक्ति को चक्रधरपुर रेल मंडल में रेलवे के जीएम ने 7 हजार और 5 हजार की राशि का अवार्ड देकर सम्मानित किया था. वहीं, स्वान शक्ति को एक रेलकर्मी की तरह प्रति माह सरकार से 11,870 रुपए वेतन दिया जाता था.

स्वान शक्ति की कमी होगी महसूस

टाटानगर आरपीएफ स्वान दस्ता से शक्ति के सेवानिवृत्त होने के बाद दस्ता में रॉकी नाम का एक स्वान रह गया है, जो विस्फोटक ट्रैकर है. मौके पर आरपीएफ के सहायक सुरक्षा आयुक्त कमल सिंह ने बताया है कि स्वान दस्ता में शक्ति नाम के स्वान परिवार के सदस्य की तरह था, जिसने कई मामलों का खुलासा किया है. वहीं, कई अपराधिक घटनाओं में अहम सुराग ढूंढ़ा है. उन्होंने बताया है कि स्वान शक्ति की उपलब्धियों के कारण उसे कई बार अवार्ड भी दिया गया है. शक्ति के सेवानिवृत्त होने के बाद जल्द ही दूसरे स्वान को लाया जाएगा, लेकिन एक स्वान को पूरी तरह से अनुभवी होने में 4 से 5 वर्ष का समय लगता है. इस दौरान टाटानगर आरपीएफ को स्वान शक्ति की कमी महसूस होगी.

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