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जमशेदपुरः बच्चे को दिनभर खोजती रही पुलिस, मां के गोद में ही मिला बच्चा

जमशेदपुर में एक बच्चे को बेचने की खबर से पुलिस और चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम दिनभर परेशान रही. घटना के घंटों बाद पुलिस को पता चला कि बच्चा अपने मां के ही पास है. फिलहाल पुलिस आरोपी को कब्जे में लेकर पूछताछ कर रही है.

Police upset due to false news of selling child in jamshedpur
बच्चा बेचने की खबर से दिनभर पुलिस रही परेशान
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Published : Jan 8, 2020, 10:00 PM IST

जमशेदपुर: बागबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर 1 माह के बच्चे को बेचने की खबर से सनसनी मच गई. बच्चे की खोज के लिए दिनभर पुलिस प्रशासन और चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम जांच में जुटी रही.

देखें पूरी खबर

घंटों मशक्कत के बाद पुलिस को पता चला कि बच्चा अपने मां के ही पास है. महिला ने बताया कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है. वहीं आरोपी युवक ने कहा कि बच्चे की तबीयत खराब थी और वह उसे इलाज कराने के लिए अस्पताल ले गया था.

महिला के बयान पर युवक के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है, लेकिन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी ने बताया कि आरोपी निर्दोष है. उसे सजा न हो इसके लिए कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि बच्चा और उसकी मां को सेंटर में रखा जाएगा और उनकी परवरिश की जाएगी.

इसे भी पढ़ें:- जमशेदपुर: 217 मरीजों के आखों का किया ऑपरेशन, DC ने कहा- समाज में सबको सामाजिक कार्य में आगे आने की है जरूरत

क्या है पूरा मामला
दरअसल मंगलवार के दिन टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर मुख्य सड़क किनारे रहने वाली एक महिला अपने 1 माह के बच्चे के साथ बैठी हुई थी. उसका बच्चा बीमार था, जिसपर रेलवे में साफ-सफाई करने वाले एक कर्मचारी की नजर उस पर पड़ी. उसने देखा कि बच्चे की तबीयत खराब है और वह बच्चे की मां से पूछ कर बच्चे को अपने साथ इलाज के लिए अस्पताल ले गया. इलाज के बाद उसने बच्चे को उसकी मां के हवाले कर दिया.

बुधवार की सुबह बच्चा बेचने की खबर पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया. मामले में जिला प्रशासन की टीम बच्चे के साथ उसकी मां को लेकर थाना पहुंची, जहां पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि बच्चे को युवक ने खरीदा ही नहीं था और न ही बच्चे का अपहरण हुआ था.


वहीं इस घटना की जांच चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने शुरू कर दी है. महिला और उसके बच्चे को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है. इस दौरान समय-समय पर महिला अपना बयान बदलती रही. सघन पूछताछ के बाद यह बाद सामने आई कि महिला 1 महीना पहले सदर अस्पताल में भर्ती थी, उसने बच्चे को जन्म देने के बाद बिना सूचना दिए अस्पताल से फरार हो गई थी, जबकि उसके खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया गया था.

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी डॉ चंचला कुमारी ने बताया कि महिला ने यह बताया है कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है, बल्कि अपनी मर्जी से उसने युवक को दिया था और युवक ने उसके बच्चे को वापस कर दिया था. उन्होंने कहा है कि इस मामले में जिस युवक को हिरासत में लिया गया है, उस पर लगाए गए आरोप गलत हैं.

जमशेदपुर: बागबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर 1 माह के बच्चे को बेचने की खबर से सनसनी मच गई. बच्चे की खोज के लिए दिनभर पुलिस प्रशासन और चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम जांच में जुटी रही.

देखें पूरी खबर

घंटों मशक्कत के बाद पुलिस को पता चला कि बच्चा अपने मां के ही पास है. महिला ने बताया कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है. वहीं आरोपी युवक ने कहा कि बच्चे की तबीयत खराब थी और वह उसे इलाज कराने के लिए अस्पताल ले गया था.

महिला के बयान पर युवक के खिलाफ मामला भी दर्ज किया गया है, लेकिन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी ने बताया कि आरोपी निर्दोष है. उसे सजा न हो इसके लिए कार्रवाई की जा रही है. उन्होंने बताया कि बच्चा और उसकी मां को सेंटर में रखा जाएगा और उनकी परवरिश की जाएगी.

इसे भी पढ़ें:- जमशेदपुर: 217 मरीजों के आखों का किया ऑपरेशन, DC ने कहा- समाज में सबको सामाजिक कार्य में आगे आने की है जरूरत

क्या है पूरा मामला
दरअसल मंगलवार के दिन टाटानगर रेलवे स्टेशन के बाहर मुख्य सड़क किनारे रहने वाली एक महिला अपने 1 माह के बच्चे के साथ बैठी हुई थी. उसका बच्चा बीमार था, जिसपर रेलवे में साफ-सफाई करने वाले एक कर्मचारी की नजर उस पर पड़ी. उसने देखा कि बच्चे की तबीयत खराब है और वह बच्चे की मां से पूछ कर बच्चे को अपने साथ इलाज के लिए अस्पताल ले गया. इलाज के बाद उसने बच्चे को उसकी मां के हवाले कर दिया.

बुधवार की सुबह बच्चा बेचने की खबर पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया. मामले में जिला प्रशासन की टीम बच्चे के साथ उसकी मां को लेकर थाना पहुंची, जहां पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि बच्चे को युवक ने खरीदा ही नहीं था और न ही बच्चे का अपहरण हुआ था.


वहीं इस घटना की जांच चाइल्ड वेलफेयर कमेटी की टीम ने शुरू कर दी है. महिला और उसके बच्चे को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया है. इस दौरान समय-समय पर महिला अपना बयान बदलती रही. सघन पूछताछ के बाद यह बाद सामने आई कि महिला 1 महीना पहले सदर अस्पताल में भर्ती थी, उसने बच्चे को जन्म देने के बाद बिना सूचना दिए अस्पताल से फरार हो गई थी, जबकि उसके खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया गया था.

चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी डॉ चंचला कुमारी ने बताया कि महिला ने यह बताया है कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है, बल्कि अपनी मर्जी से उसने युवक को दिया था और युवक ने उसके बच्चे को वापस कर दिया था. उन्होंने कहा है कि इस मामले में जिस युवक को हिरासत में लिया गया है, उस पर लगाए गए आरोप गलत हैं.

Intro:जमशेदपुर।

जिला के बागबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत रेलवे स्टेशन के बाहर 1 माह के बच्चे की बेचने की खबर से दिनभर पुलिस प्रशासन परेशान रही चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम देर शाम तक मामले की जांच करती रही जबकि बच्चा महिला के पास था महिला ने कहा कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है आरोपी युवक ने कहा कि बच्चे की तबीयत खराब थी वह उसे इलाज कराने के लिए ले गया था।
महिला के बयान पर युवक के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया है लेकिन चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के पदाधिकारी ने बताया कि आरोपी निर्दोष है उसे सजा ना हो इसके लिए कारवाई की जा रही है। बच्चे की मां और बच्चे को सेंटर में रखा जाएगा और उनकी परवरिश की जाएगी


Body:जमशेदपुर के बागबेड़ा थाना क्षेत्र अंतर्गत टाटानगर स्टेशन के बाहर मुख्य सड़क पर गुजरवास करने वाली एक महिला के 1 माह के बच्चे की बेचने की खबर से दिनभर पुलिस प्रशासन और चाइल्ड वेलफेयर की टीम परेशान रही। जबकि बच्चा अपनी मां के पास पाया गया और जिस व्यक्ति पर आरोप लगा था वह बच्चे को इलाज करा दे के लिए अपने साथ लेकर गया था ।
क्या है पूरा मामला
दरअसल मंगलवार के दिन टाटानगर स्टेशन के बाहर मुख्य सड़क किनारे रहने वाली एक महिला अपने 1 माह के बच्चे के साथ बैठी हुई थी उसका बच्चा बीमार था वहीं पास में ही रेलवे में साफ सफाई करने वाले एक कर्मचारी की नजर उस पर पड़ी जो आए दिन उसे देखता रहता था उसने देखा किसके बच्चे की तबीयत खराब है और वह बच्चे की मां से पूछ कर बच्चे को अपने साथ उसके इलाज के लिए लेकर गया और सुबह बच्चे को मां के हवाले कर दिया। लेकिन उसकी यह दरियादिली उसे थाने तक पहुंचा दिया।
बुधवार की सुबह बच्चा बेचने की खबर से पूरे शहर में चर्चा का विषय बन गया मामले में जिला प्रशासन की टीम बच्चे के साथ बच्चे की मां को थाना में लेकर पहुंची और आरोपी युवक को भी थाना लाया गया जहां पूछताछ के दौरान यह बात सामने आई कि बच्चे को युवक ने खरीदा ही नहीं था और ना ही बच्चे का कोई अपहरण हुआ था महिला ने थाना में यह बयान दिया कि बच्चे को बेचा नहीं गया है लेकिन महिला के बयान पर बिना प्रशासन को सूचना दिए किसी दूसरे के बच्चे को अपने साथ ले जाने के मामले में युवक पर मामला दर्ज किया गया और युवक को हिरासत में ले लिया गया ।
बाईट ए पी तिर्की पुलिस अधिकारी भाग बड़ा थाना

वहीं इस घटना की जानकारी जब चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम मामले की गहनता से जांच करना शुरू कर दिया महिला और उसके बच्चे को इलाज के लिए सदर अस्पताल भेजा गया चाइल्ड वेलफेयर कमिटी की टीम भी पहुंची और देर शाम तक मामले की जांच करती रही । इस दौरान समय-समय पर महिला अपना बयान बदलती रही और अंततः यह बात सामने आई की महिला 1 माह पूर्व सदर अस्पताल में भर्ती थी और बच्चे को जन्म देने के बाद वह बिना सूचना दिए अस्पताल से फरार हो गई थी जबकि उसके खिलाफ थाना में मामला दर्ज किया गया था।
चाइल्ड वेलफेयर कमिटी के पदाधिकारी डॉ चंचला कुमारी ने बताया कि महिला ने यह बताया है कि उसने बच्चे को नहीं बेचा है बल्कि अपनी मर्जी से उसने युवक को दिया था और युवक ने उसके बच्चे को वापस कर दिया था वह उसी युग को पहले से जानती थी वही काम करने वाला युवक है चंचला कुमारी ने यह बताया कि महिला ने यह भी कहा है कि जिस युवक पर उसने आरोप लगाया है उस युवक को सजा नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा है कि इस मामले में जिस युवक को हिरासत में लिया गया है उस पर लगाए गए आरोप गलत है कार्रवाई की जा रही है जिससे कोई निर्दोष जेल ना जा सके।




Conclusion:बाईट डॉ चंचला कुमारी पदाधिकारी चाइल्ड वेलफेयर कमिटी
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