जमशेदपुर: शहर में एक मामला दिभर लोगों की जुबान पर चर्चा का विषय बना रहा. यहां सिपाही को ब्रेन हेमरेज होने पर 10 किलोमीटर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाई गई जिससे 8 मिनट में सिपाही टाटा मेन हॉस्पिटल पहुंचा. जिससे उसकी जान बच गई. इस पूरे मामले को सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने टेल्को अस्पताल में बैठकर कंट्रोल किया.
एसपी ने खुद की मॉनिटरिंग
दरअसल टेल्को थाना में पदस्थापित सिपाही मांगो मुंडा शुक्रवार सुबह नहाने के दौरान बाथरूम में गिर गए. उनकी तबीयत बिगड़ने पर उसे थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी की मदद से टाटा मोटर्स अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां उसे आईसीयू में एडमिट किया गया थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने बताया कि मांगों को ब्रेन हेमरेज हो गया है इसे तत्काल ऑपरेशन की जरूरत है. टाटा मोटर्स अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के ऑपरेशन की सुविधा नहीं है. इसलिए दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई लेकिन समस्या थी कि मांगों को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था. सपोर्ट से हटाना असंभव था दूसरी समस्या थी कि उसे लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए भी डॉक्टरों ने ज्यादा समय ने जान बचाने की बात कही. इस समस्या को टेल्को थाना प्रभारी ने सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट को 10 बजे सूचना मिली तो ऑफिस की ओर आ रहे थे लेकिन वे ऑफिस ना आकर सीधे टाटा मोटर्स अस्पताल पहुंच गए. वहां पहुंचकर सबसे पहले पूरी जानकारी ली और क्या हो सकता है.
अधिकारियों ने दिखाई गंभीरता
इस संबंध में पूछा इसके बाद उन्होंने एसएसपी और जिले के उपायुक्त से बात कर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को टाटा मोटर्स अस्पताल लाने की बात कही. अधिकारियों ने तत्काल इसे लेकर गंभीरता दिखाई और अनुमति देते हुए मरीज को टीएमएच लाने को कहा उसके बाद ट्रैफिक डीएसपी, सिटी एसपी, ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने डीएसपी के साथ थाना प्रभारी, शामिल थे. एंबुलेंस में लाइफ सपोर्ट के सहारे मांगो मुंडा टाटा मोटर्स अस्पताल से दोपहर 12.33 में निकाला गया और 8 मिनट में 12.41पहुंचा दिया गया 12.43 में प्रवेश कराया जा चुका था. पहली बार ग्रीन कॉरिडोर पूरे झारखंड में बनाया गया है.
गढ़वा का रहने वाला है सिपाही
सिपाही मूल रूप से गढ़वा का रहने वाला है, वह टेल्को थाना में पदस्थापित है. वह थाना कैंपस में ही रहता है. घटना की जानकारी उनके परिजनों को भी दे दी गई है. बहरहाल पहली बार जमशेदपुर जैसे शहर में एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया.