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ग्रीन कॉरिडोर बनाकर अधिकारियों ने बचाई सिपाही की जान, 8 मिनट में पूरा किया दस किलोमीटर का सफर

जमशेदपुर पुलिस ने एक मिसाल पेश करते हुए एक सिपाही की जान बचाई. यहां सिपाही को ब्रेन हेमरेज होने पर 10 किलोमीटर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाई गई जिससे 8 मिनट में सिपाही टाटा मेन हॉस्पिटल पहुंचा. जिससे उसकी जान बच गई.

सिपाही को ले जाते लोग
Green coridor, ग्रीन कॉरिडोर
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Published : Jan 19, 2020, 1:54 AM IST

जमशेदपुर: शहर में एक मामला दिभर लोगों की जुबान पर चर्चा का विषय बना रहा. यहां सिपाही को ब्रेन हेमरेज होने पर 10 किलोमीटर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाई गई जिससे 8 मिनट में सिपाही टाटा मेन हॉस्पिटल पहुंचा. जिससे उसकी जान बच गई. इस पूरे मामले को सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने टेल्को अस्पताल में बैठकर कंट्रोल किया.

देखें पूरी खबर

एसपी ने खुद की मॉनिटरिंग
दरअसल टेल्को थाना में पदस्थापित सिपाही मांगो मुंडा शुक्रवार सुबह नहाने के दौरान बाथरूम में गिर गए. उनकी तबीयत बिगड़ने पर उसे थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी की मदद से टाटा मोटर्स अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां उसे आईसीयू में एडमिट किया गया थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने बताया कि मांगों को ब्रेन हेमरेज हो गया है इसे तत्काल ऑपरेशन की जरूरत है. टाटा मोटर्स अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के ऑपरेशन की सुविधा नहीं है. इसलिए दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई लेकिन समस्या थी कि मांगों को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था. सपोर्ट से हटाना असंभव था दूसरी समस्या थी कि उसे लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए भी डॉक्टरों ने ज्यादा समय ने जान बचाने की बात कही. इस समस्या को टेल्को थाना प्रभारी ने सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट को 10 बजे सूचना मिली तो ऑफिस की ओर आ रहे थे लेकिन वे ऑफिस ना आकर सीधे टाटा मोटर्स अस्पताल पहुंच गए. वहां पहुंचकर सबसे पहले पूरी जानकारी ली और क्या हो सकता है.

अधिकारियों ने दिखाई गंभीरता
इस संबंध में पूछा इसके बाद उन्होंने एसएसपी और जिले के उपायुक्त से बात कर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को टाटा मोटर्स अस्पताल लाने की बात कही. अधिकारियों ने तत्काल इसे लेकर गंभीरता दिखाई और अनुमति देते हुए मरीज को टीएमएच लाने को कहा उसके बाद ट्रैफिक डीएसपी, सिटी एसपी, ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने डीएसपी के साथ थाना प्रभारी, शामिल थे. एंबुलेंस में लाइफ सपोर्ट के सहारे मांगो मुंडा टाटा मोटर्स अस्पताल से दोपहर 12.33 में निकाला गया और 8 मिनट में 12.41पहुंचा दिया गया 12.43 में प्रवेश कराया जा चुका था. पहली बार ग्रीन कॉरिडोर पूरे झारखंड में बनाया गया है.

गढ़वा का रहने वाला है सिपाही
सिपाही मूल रूप से गढ़वा का रहने वाला है, वह टेल्को थाना में पदस्थापित है. वह थाना कैंपस में ही रहता है. घटना की जानकारी उनके परिजनों को भी दे दी गई है. बहरहाल पहली बार जमशेदपुर जैसे शहर में एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया.

जमशेदपुर: शहर में एक मामला दिभर लोगों की जुबान पर चर्चा का विषय बना रहा. यहां सिपाही को ब्रेन हेमरेज होने पर 10 किलोमीटर तक ग्रीन कॉरिडोर बनाई गई जिससे 8 मिनट में सिपाही टाटा मेन हॉस्पिटल पहुंचा. जिससे उसकी जान बच गई. इस पूरे मामले को सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट ने टेल्को अस्पताल में बैठकर कंट्रोल किया.

देखें पूरी खबर

एसपी ने खुद की मॉनिटरिंग
दरअसल टेल्को थाना में पदस्थापित सिपाही मांगो मुंडा शुक्रवार सुबह नहाने के दौरान बाथरूम में गिर गए. उनकी तबीयत बिगड़ने पर उसे थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी की मदद से टाटा मोटर्स अस्पताल लेकर पहुंचे. वहां उसे आईसीयू में एडमिट किया गया थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने बताया कि मांगों को ब्रेन हेमरेज हो गया है इसे तत्काल ऑपरेशन की जरूरत है. टाटा मोटर्स अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के ऑपरेशन की सुविधा नहीं है. इसलिए दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई लेकिन समस्या थी कि मांगों को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था. सपोर्ट से हटाना असंभव था दूसरी समस्या थी कि उसे लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए भी डॉक्टरों ने ज्यादा समय ने जान बचाने की बात कही. इस समस्या को टेल्को थाना प्रभारी ने सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट को 10 बजे सूचना मिली तो ऑफिस की ओर आ रहे थे लेकिन वे ऑफिस ना आकर सीधे टाटा मोटर्स अस्पताल पहुंच गए. वहां पहुंचकर सबसे पहले पूरी जानकारी ली और क्या हो सकता है.

अधिकारियों ने दिखाई गंभीरता
इस संबंध में पूछा इसके बाद उन्होंने एसएसपी और जिले के उपायुक्त से बात कर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को टाटा मोटर्स अस्पताल लाने की बात कही. अधिकारियों ने तत्काल इसे लेकर गंभीरता दिखाई और अनुमति देते हुए मरीज को टीएमएच लाने को कहा उसके बाद ट्रैफिक डीएसपी, सिटी एसपी, ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने डीएसपी के साथ थाना प्रभारी, शामिल थे. एंबुलेंस में लाइफ सपोर्ट के सहारे मांगो मुंडा टाटा मोटर्स अस्पताल से दोपहर 12.33 में निकाला गया और 8 मिनट में 12.41पहुंचा दिया गया 12.43 में प्रवेश कराया जा चुका था. पहली बार ग्रीन कॉरिडोर पूरे झारखंड में बनाया गया है.

गढ़वा का रहने वाला है सिपाही
सिपाही मूल रूप से गढ़वा का रहने वाला है, वह टेल्को थाना में पदस्थापित है. वह थाना कैंपस में ही रहता है. घटना की जानकारी उनके परिजनों को भी दे दी गई है. बहरहाल पहली बार जमशेदपुर जैसे शहर में एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया.

Intro:एंकर-- पहली बार सिपाही को ब्रेन हेमरेज होने पर टाटा मोटर्स अस्पताल ने टीएमएच किया रेफर पुलिस ने 10 किलोमीटर तक बनाई ग्रीन कॉरिडोर 8 मिनट में पहुंचा सिपाही टाटा हॉस्पिटल जमशेदपुर के सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट टेल्को अस्पताल में बैठकर पूरे मामले को किया कंट्रोल।


Body:वीओ1-- जमशेदपुर टाटा मोटर्स अस्पताल से टीएमएस तक तेज रफ्तार में भागते एंबुलेंस सायरन की आवाज और उसके आगे पीछे पुलिस एस्कॉर्ट 10 किलोमीटर की इस दूरी को जगह-जगह ट्रैफिक पुलिस द्वारा रास्ते को खाली कर आता देख शहर के लोग अचंभित थे इन्हें आश्चर्य हो रहा था कि आखिर एंबुलेंस में किसे ले जाया जा रहा है. शहर में पहली बार एंबुलेंस से किसी मरीज को इस तरह ले जाने को लेकर आम लोगों में तरह-तरह की चर्चाएं हो रही थी कोई बोल रहा था वीआईपी है.तो किसी ने कहा कोई बड़े नेता एंबुलेंस में है. कई लोगों को लगा कि पुलिस कोई मॉक ड्रिल कर रही है टीएमएच में जब एंबुलेंस से मरीज को उतारा गया और वहां मौजूद लोगों को सच्चाई का पता चला तो हर कोई पुलिस की इस पहल की सराहना करने लगा दरअसल टेल्को थाना में पदस्थापित सिपाही मांगो मुंडा शुक्रवार सुबह नहाने के दौरान बाथरूम में गिर गए उनकी तबीयत बिगड़ने पर उसे थाना प्रभारी और अन्य पुलिसकर्मी के द्वारा टाटा मोटर्स अस्पताल लेकर पहुंचे वहां उसे आईसीयू में एडमिट किया गया थोड़ी देर बाद डॉक्टरों ने बताया कि मांगों को ब्रेन हेमरेज हो गया है. और तत्काल ऑपरेशन की जरूरत है टाटा मोटर्स अस्पताल में ब्रेन हेमरेज के ऑपरेशन की सुविधा नहीं है. इसलिए दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी गई लेकिन समस्या थी कि मांगों को लाइफ सपोर्ट पर रखा गया था सपोर्ट से हटाना असंभव था दूसरी समस्या थी कि उसे लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस से दूसरे अस्पताल ले जाने के लिए भी डॉक्टरों ने ज्यादा समय ने जान बचाने की बात कही इस समस्या को टेल्को थाना प्रभारी ने सिटी एसपी सुभाष चंद्र जाट को 10:00 बजे सिटी एसपी को जब सूचना मिली तो ऑफिस की ओर आ रहे थे लेकिन वे ऑफिस ना आकर सीधे टाटा मोटर्स अस्पताल पहुंच गए वहां पहुंचकर सबसे पहले पूरी जानकारी ली और क्या हो सकता है. इस संबंध में पूछा इसके बाद उन्होंने एसएसपी व जिले के उपायुक्त से बात कर ग्रीन कॉरिडोर बनाकर मरीज को टाटा मोटर्स अस्पताल लाने की बात कही अधिकारियों ने तत्काल इसे लेकर गंभीरता दिखाई और अनुमति देते हुए मरीज को टीएमएच लाने को कहा उसके बाद ट्रैफिक डीएसपी, सिटी एसपी, ने ग्रीन कॉरिडोर बनाने डीएसपी के साथ थाना प्रभारी,शामिल थे एंबुलेंस में लाइफ सपोर्ट के सहारे मांगो मुंडा टाटा मोटर्स अस्पताल से दोपहर 12.33 में निकाला गया और 8 मिनट में 12.41पहुंचा दिया गया 12.43 में प्रवेश कराया जा चुका था पहली बार ग्रीन कॉरिडोर पूरे झारखंड में बनाया गया है.
बाइट--शादाब हैदर(एम्बुलेंस ड्राइवर)
गढ़वा का रहने वाला है सिपाही--
सिपाही मूल रूप से गढ़वा का रहने वाला है. में पदस्थापित है थाना कैंपस में रहता है घटना की जानकारी मिलने पर उसकी पत्नी और परिवार वाले सोमवार की सुबह शहर पहुंच सकते हैं।
बाइट--सुभाष चंद्र जाट(सिटी एसपी जमशेदपुर)


Conclusion: बहरहाल पहली बार जमशेदपुर जैसे शहर में एक चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया.ईश्वर करे ऐसे जाबाज़ सिपाही की जान बच जाए।
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