जमशेदपुरः मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह थापर और उनकी पत्नी पुष्पा तिर्की के खिलाफ सेक्सुअल हरासमेंट का आरोप लगाने वाली नाबालिग छात्राओं ने मंगलवार को कोर्ट में बयान दर्ज कराया. पोक्सो एक्ट मामले में जमशेदपुर न्यायालय में एडिशनल जज सुभाष की अदालत में दोनों का बयान दर्ज किया गया.
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छात्राओं ने जज के सामने यह स्वीकार किया है. हरपाल सिंह रिलेशन को छोड़कर वह सारा क्रियाकलाप करता था जिससे उन्हें सेक्सुअल हरासमेंट हुआ है. छात्राओं के इंटरनल पार्ट से छेड़छाड़ की जाती थी. पुष्पा तिर्की उन लोगों के साथ मारपीट भी करती थी. इसके साथ ही छात्राओं ने तीन अन्य युवकों के नाम भी न्ययालय में लिए हैं.
इनमें से एक युवक ट्रस्ट के केयरटेकर के रूप में काम करने वाली दीपा सिंह का पुत्र आदित्य है. दीपा सिंह ट्रस्ट के ही भवन में अपने बेटे के साथ रहती है. वह एक विधवा है. इसके अलावा आदित्य के साथ टोनी सिंह नाम का एक युवक भी आता था जो उन लोगों के साथ गलत हरकत और उनके इंटरनल पार्ट के साथ छेड़छाड़ भी किया करता था. न्यायालय में छात्राओं ने हरपाल सिंह और उनकी पत्नी समेत पांच लोगों के नाम भी लिए हैं.
क्या है मामला
टेल्को थाना क्षेत्र के खडंगाझार स्थित मदर टेरेसा वेलफेयर ट्रस्ट के संचालक हरपाल सिंह और उनकी पत्नी पुष्पारानी तिर्की समेत 16 लोगों के खिलाफ टेल्को थाना में यौन शोषण का मामला सोमवार को दर्ज किया गया है.
दरअसल दो नाबालिग छात्रा बिना किसी सूचना के चिल्ड्रन होम से गायब हो गयीं थीं. बच्चियों के लापता होने की सूचना हरपाल सिंह ने टेल्को पुलिस को दी थी.
काफी मेहनत मशक्कत के बाद दोनों छात्राओं को बिरसानगर के डूंगरी टोला से पुलिस ने बरामद कर लिया. दोनों को नजदीकी थाना लाया गया. थाना में दोनोंछात्राओं ने बताया कि ट्रस्ट में उनका यौन शोषण किया जाता है. इसलिये वे वहां नहीं जायेंगी.