जमशेदपुरः रविवार को झारखंड प्रदेश इंटक कार्यकारिणी की बैठक हुई. इसमें इंटक नेताओं के साथ राज्य के मंत्री, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष शामिल हुए. कार्यकारिणी की बैठक में संगठित असंगठित क्षेत्र में मजदूरों की वर्तमान हालात पर चर्चा हुई. साथ ही राज्य के 980 यूनियनों का निबंधन रद्द हो चुका है, उसपर भी सरकार से वार्ता कर निबंधित कराने पर बात की गयी. इस बैठक में इंटक नेताओं ने अपना वक्तव्य दिया.
इस मौके पर इंटक प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार से कोई उम्मीद नहीं है. साथ ही कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 2024 में जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुक्ति मिलेगी तभी मजदूरों का भला कर पाएंगे. वहीं राज्य के स्वास्थ्य मंत्री ने कहा संगठित क्षेत्र और आरक्षण नीति को समाप्त करने की साजिश चल रही है.
जमशेदपुर के बिष्टुपर स्थित माइकल जॉन ऑडिटोरियम में हुई मीटिंग (INTUC Executive meeting in Jamshedpur) में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राजेश ठाकुर, इंटक के राष्ट्रीय महासचिव संजय सिंह, इंटक प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय के अलावा इंटक और कांग्रेस के कई नेता मौजूद रहे. इस बैठक में झारखंड के अलावा छत्तीसगढ़ और पश्चिम बंगाल से आए प्रतिनिधियों ने अपनी बातों को मंच पर रखा.
कांग्रेस के झारखंड प्रदेश अध्यक्ष राजेश ठाकुर ने कहा कि मजदूर और प्रबंधन के बीच दूरी बनती जा रही है, मजदूरों का शोषण बढ़ा है, रद्द किए गए 980 यूनियन का निबंधन कराने का पूरा प्रयास किया जाएगा. 2024 में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हटने के बाद मजदूरों का भला हो पाएगा. जिस तरह कांग्रेस के कार्यकाल में निजीकरण से सरकारी करण हो रहा था, वैसे ही राहुल गांधी के प्रधानमंत्री बनने पर सारी व्यवस्थाएं दुरुस्त हो जाएंगी. प्रदेश अध्यक्ष ने उदयपुर की घटना के लिए भाजपा को जिम्मेदार ठहराया है.
वही कार्यकारिणी की बैठक में राज्य के स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता केंद्र पर जमकर निशाना साधा और कहा कि जब से नरेंद्र मोदी की सरकार आई है मजदूरों की दुर्दशा हो गई है, युवा वर्ग ठगे जा रहे हैं जो 7-8 प्रतिशत संगठित क्षेत्र है वो भी समाप्त हो जाएगा. वर्तमान में देश संकट के दौर से गुजर रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि यूनियन के नेताओं को मैनेजमेंट की कम मजदूरों की ज्यादा सुननी होगी तभी मजदूरों का भला हो पाएगा. आज मजदूर मानसिक यातनाओं का शिकार हो रहे हैं और आत्महत्या हो रही है जो चिंता का विषय है. उन्होंने कहा कि मजदूरों के लिए जब भी आंदोलन की बात होगी वो तैयार हैं.