जमशेदपुर: विश्व आदिवासी दिवस के मौके पर आदिवासी सेंगेल अभियान प्रमुख और जेडीयू प्रदेश अध्यक्ष सालखन मुर्मू के नेतृत्व में नेता कदमा स्थित आवास में 5 सूत्री मांगों को लेकर अनशन पर रहे. इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा गया. वहीं, जानकारी देते हुए सालखन मुर्मू ने कहा कि 9 अगस्त विश्व आदिवासी दिवस के दिन आदिवासी सिंगल अभियान की तरफ से बिहार बंगाल ओडिशा और असम में उलगुलान संकल्प दिवस के रूप में मनाया जा रहा है. वहीं, झारखंड में जनता दल (यू) का सहयोग प्राप्त है.
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उन्होंने कहा कि झारखंड में सिद्धू मुर्मू के वंशज रामेश्वर मुर्मू की हत्या की सीबीआई जांच होनी चाहिए. वहीं, सरना धर्मकोट को मान्यता मिलनी चाहिए जो नहीं मिली है. उन्होंने कहा है कि झारखंड में झारखंडी डोमिसाइल बननी चाहिए. साथ ही संताली भाषा को राजभाषा का दर्जा झारखंड में मिलना चाहिए. इसके अलावा झारखंड में सिद्धू कान्हो का दो ट्रस्ट का गठन कर 100 करोड़ का फंड मिलना चाहिए. वहीं, इन पांच मांग को लेकर सालखन मुर्मू ने राज्य के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू और भारतीय जनता पार्टी विपक्ष के नेता बाबूलाल मरांडी पर निशाना साधते हुए कहा कि ये तीनों प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जिम्मेदार हैं. इन तीनों व्यक्ति के खिलाफ आक्रोश व्यक्त करते हुए आज अनशन पर हैं.